
भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने की तिथि तय होते ही केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों में भी तेजी आ गयी है. केदारनाथ के कपाट बंद होने के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने धाम में पांच बड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास किया था, जिसके बाद से लगातार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव अन्य अधिकारियों के साथ लगातार न केवल मौका मुआयना कर रहे हैं बल्कि निर्माण कार्यों को लेकर लगातार सचिवालय स्तर पर बैठकों का दौर भी जारी है.
मीटिंग करेंगे PM मोदी
इसी कड़ी में 28 फरवरी को खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी PMO में बैठकर ही केदारपुरी के निर्माण कार्यों का जायजा लेंगे. इसके लिए बाकायदा शासन और प्रशासन स्तर पर जोरदार तैयारियों चल रही हैं. निर्माण कार्यों की गति को देखने के लिए प्रधानमंत्री के लिए दो ड्रोन कैमरों की व्यवस्था की गई है जिसके लिए लगातार प्रैक्टिस की जा रही है. इन्हीं कैमरों के जरिये पीएम नरेंद्र मोदी केदारनाथ के एक-एक कोने में हो रहे कार्यों को देखेंगे.
रुद्रप्रयाग के जिलाधिकारी लगातार केदारनाथ में इन व्यवस्थाओं का जायजा ले रहे हैं और तैयारियों में किसी भी तरह की कोई कमी न रहे उस पर भी विशेष ध्यान दे रहे हैं. मामला खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से होने वाली समीक्षा का है, इसलिए अधिकारी अपनी ओर से कोई भी चूक नहीं चाहते हैं.
केदारपुरी में होंगे ये काम
पिछले साल कपाट बंद होने के दौरान पीएम मोदी केदारनाथ धाम पहुंचे थे और उन्होंने पुनर्निर्माण की पांच परियोजनाओं का शिलान्यास किया था. इनमें संगमतट से केदारनाथ मंदिर तक पैदल मार्ग निर्माण, सरस्वती नदी तटों की सुरक्षा दीवार, घाटों का निर्माण, तीर्थ पुरोहितों के आवासीय भवनों का निर्माण, गुरु शंकराचार्य की समाधि स्थल का निर्माण और म्यूजियम, ध्यानकेन्द्र और मंन्दाकिनी नदी की सुरक्षा दीवारों के निर्माण कार्य शामिल थे.
दर्शन को आ सकते हैं PM
ऐसा भी माना जा रहा है कि इस साल 29 अप्रैल को बाबा केदारनाथ के कपाट खुलने के मौके पर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी धाम आ सकते हैं. इसी को लेकर आने वाले दिनों में धाम में पुनर्निर्माण कार्यों में तेजी लाने और समयबद्ध तरीके से उनको पूरा करने के लिए त्रिवेंद्र रावत सरकार और जिला प्रशाशन पर भी भारी दबाव बनता जा रहा है.