Advertisement

केजरीवाल अब 'मफलर मैन' से 'माफी मैन' बन गए हैं: मजीठिया

मजीठिया ने कहा कि उनसे माफी की शुरुआत करने के बाद केजरीवाल अब उन सभी नेताओं से माफी मांग रहे हैं जिन्होंने उनके खिलाफ मानहानि के मुकदमे दायर किए हैं.

बिक्रम मजीठिया और अरविंद केजरीवाल बिक्रम मजीठिया और अरविंद केजरीवाल
मनजीत सहगल/वरुण शैलेश
  • चंडीगढ़,
  • 19 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 9:54 PM IST

पंजाब के पूर्व राजस्व मंत्री और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल के भाई बिक्रम मजीठिया पहले राजनीतिज्ञ हैं, जिनसे अरविंद केजरीवाल ने माफी मांगने की शुरुआत की थी. सोमवार को केजरीवाल ने कपिल सिब्बल और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी माफी मांग ली.

बिक्रम मजीठिया की बहन हरसिमरत कौर बादल ने अपने छोटे भाई बिक्रम मजीठिया द्वारा केजरीवाल को माफी देने पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा है कि मजीठिया को इतनी जल्दी अरविंद केजरीवाल को माफी नहीं देनी चाहिए थी.

Advertisement

हरसिमरत कौर बादल ने उम्मीद जताई है कि अरुण जेटली अब एकमात्र राजनीतिज्ञ बचे हैं जिनसे केजरीवाल को माफी मांगनी बाकी है और वह अरविंद केजरीवाल को जरूर सबक सिखाएंगे.

हरसिमरत कौर बादल के सवाल पर मजीठिया ने 'आजतक' से खास मुलाकात के दौरान कहा कि उनकी बहन और केंद्रीय मंत्री अपनी जगह पर सही हैं क्योंकि केजरीवाल के झूठे आरोपों से उनका सारा परिवार बेहद दुखी था. उन्होंने बताया कि किस तरह 80 वर्षीय उनकी मां की आंखों में आंसू आ गए जब उन्होंने केजरीवाल का लिखित माफीनामा मां को दिखाया.

केजरीवाल बन गए माफी मैन

मजीठिया ने कहा कि उनसे माफी की शुरुआत करने के बाद केजरीवाल अब उन सभी नेताओं से माफी मांग रहे हैं जिन्होंने उनके खिलाफ मानहानि के मुकदमे दायर किए हैं.

गौरतलब है कि केजरीवाल के खिलाफ देश की 22 अदालतों में मानहानि के 33 मामले लंबित हैं. केजरीवाल के मुताबिक वह महीने के 20 दिन लगभग इन्हीं मामलों से उलझे रहते हैं जिससे दिल्ली सरकार का कामकाज प्रभावित हो रहा है.

Advertisement

उधर, केजरीवाल के इस बयान पर चुटकी लेते हुए मजीठिया ने कहा कि वह बार-बार माफी मांग कर मफलर मैन से माफी मैन बन गए हैं. मजीठिया से जब यह पूछा गया कि क्या वह केजरीवाल को माफ़ करने के बाद कोई पछतावा महसूस कर रहे हैं तो उनका जवाब था कि एक सिख होने के नाते वह हर रोज "सरबत दा भला " (सब का भला) की अरदास करते हैं और सिख धर्म में माफी देना अच्छा माना जाता है. इसलिए उन्होंने केजरीवाल को माफ कर दिया है ताकि वह कोर्ट-कचहरी कचहरी से समय बचा कर उसे दिल्ली के लोगों की भलाई में खर्च कर सकें.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement