
दिल्ली के लोकनायक जय प्रकाश (एलएनजेपी) अस्पताल में भर्ती कोरोना के मरीज अब अपने रिश्तेदार और परिवार के लोगों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत कर सकेंगे. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को वीडियो कॉल सुविधा की शुरुआत की. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए MS दफ्तर के नजदीक एक हेल्प डेस्क कमरे में टैब का इंतजाम किया गया है. मुख्यमंत्री ने बताया कि गुरुवार से यहां पर एक नई सुविधा की शुरुआत हो रही है.
सीएम केजरीवाल ने कहा कि अभी तक लोगों की शिकायत आ रही थी कि जिन मरीजों का अस्पताल में इलाज चल रहा है उनके परिजन उसका हाल-चाल नहीं ले पा रहे हैं, बात नहीं कर पा रहे हैं. आज से वीडियो कॉल की सुविधा शुरू कर दी गई है, जिससे कि अस्पताल में इलाज करा रहे मरीज घर बैठे अपने परिजनों से बात कर पाएंगे, अपना हाल-चाल बता पाएंगे. अस्पताल के अंदर वार्ड में भी वीडियो कॉले के लिए टैब की सुविधा दी गई है.
अरविंद केजरीवाल ने एलएनजेपी अस्पताल में कुछ मरीजों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत कर उनका हाल और ट्रीटमेंट के बारे में भी पूछा. मुख्यमंत्री ने बताया कि लोकनायक अस्पताल में कोरोना के इलाज की शुरुआत के 100 दिन पूरे हो चुके हैं. 17 मार्च को इसे कोविड अस्पताल घोषित किया गया था.
केजरीवाल ने कहा कि एलएनजेपी को 17 मार्च को कोविड-19 अस्पताल घोषित किया गया था, तब से लेकर अब तक 2700 कोरोना वायरस संक्रमित लोग ठीक हो कर घर जा चुके हैं. देश में यह इकलौता कोविड-19 अस्पताल है जिसमें दो हजार बेड हैं.
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मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी डॉक्टर और नर्सों ने अपनी परवाह किए बगैर यहां काम किया है. कई लोगों ने तो परिवार की इच्छा के विपरीत जाकर काम किया. आप सोच सकते हैं कि इतनी गर्मी में लगातार कई घंटो तक पीपीई किट पहने रखना कितना मुश्किल होता है. यहां के डॉक्टर, नर्स और स्टाफ सभी ने बहुत अच्छा काम किया है. मीडिया ने जो भी कमियां बताई, वह सब हमारी वजह से थी और हमारी वजह से है. उन्हें हम दूर करने का लगातार काम कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने बताया कि एलएनजेपी अस्पताल में पहली बार प्लाज्मा थेरेपी की शुरुआत की गई थी. जो बहुत कारगर रही. अब यहां बड़े स्केल पर प्लाजमा थेरेपी दी जा रही है. इस वजह से डेथ रेट भी काफी कम हुआ है. यह अकेला अस्पताल है, जहां पर प्रेग्नेंट कोरोना मरीजों की डिलीवरी भी हो रही है. यहां पर अभी तक 114 सक्सेसफुल डिलीवरी हो चुकी है. यहां कोरोना मरीजों को डायलिसिस भी दिया जा रहा है.