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श्रीसंत को बड़ी राहत, केरल HC ने भी हटाया BCCI का लगाया बैन, बोले- गॉड इज ग्रेट!

. श्रीसंत पर यह प्रतिबंध देश में 2013 आईपीएल-6 स्पाट फिक्सिंग प्रकरण में लिप्त पाए जाने पर लगा था.

श्रीसंत श्रीसंत
लव रघुवंशी
  • तिरुअनंतपुरम,
  • 07 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 4:56 PM IST

स्पॉट फिक्सिंग मामले में आजीवन प्रतिबंध झेल रहे क्रिकेटर एस. श्रीसंत को बड़ी राहत मिली है. सोमवार को केरल हाई कोर्ट ने बीसीसीआई द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को हटा लिया है. श्रीसंत पर यह प्रतिबंध आईपीएल-6 (2013 ) स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण में लिप्त पाए जाने पर लगा था.  उधर, बीसीसीआई सूत्रों का कहना है कि हाई कोर्ट के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी. बीसीसीआई फिलहाल अंतिम आदेश की प्रतिलिपि का इंतजार कर रही है. श्रीसंत के इस साल केरल के एर्नाकुलम क्लब के दो दिनी फर्स्ट डिवीजन मैच से वापसी की खबरे थीं. लेकिन इससे पहले श्रीसंत को स्कॉटलैंड में क्लब क्रिकेट खेलना था. लेकिन बीसीसीआई ने उन्हें इसके लिए एनओसी नहीं दिया.

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इससे नाराज श्रीसंत ने कहा था, ‘जब मेरे आजावीन प्रतिबंध के बारे में कोई आधिकारिक लेटर नहीं है, तो क्यों अंपायर मुझे खेलने से रोकेंगे? जब मैं तिहाड़ जेल में था, तो मुझे सिर्फ एक सस्पेंशन लेटर मिला था. सस्पेंशन लेटर सिर्फ 90 दिनों के लिए वैध होता है. आज तक कोई (बैन को लेकर) आधिकारिक संवाद नहीं हुआ है. मैं बेवकूफ था जो इतने दिनों तक क्रिकेट नहीं खेला. मेरे साथ आंतकवादी से भी ज्यादा खराब व्यवहार किया गया.’

दरअसल, 2013 में आईपीएल अपने अंतिम चरण में था, लेकिन तभी स्पॉट फिक्सिंग की खबर से खलबली मची थी. 16 मई 2013 को श्रीसंत और राजस्थान रॉयल्स के उनके दो अन्य साथी खिलाड़ी (अजित चंदीला और अंकित चव्हाण) गिरफ्तार हुए थे. आईपीएल-6 में स्पॉट फिक्सिंग के आरोप दिल्ली पुलिस ने इन तीनों को मुंबई में गिरफ्तार किया था.

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श्रीसंत ने ट्वीट कर अपनी खुशी जाहिर की है. उन्होंने इसके लिए ईश्वर को धन्यवाद कहा है.

कब क्या हुआ..?

-10 जून 2013 को श्रीसंत, अजित चंदीला और अंकित चव्हाण को जमानत मिल गई. दिल्ली पुलिस की करीब 6000 पेज की चार्जशीट में इन खिलाड़ियों के साथ 39 दूसरे लोगों को भी आरोपी बनाया गया. दिल्ली पुलिस के पूर्व कमिश्नर नीरज कुमार ने दावा किया था कि ये खिलाड़ी न सिर्फ सट्टेबाजी, बल्कि स्पॉट फिक्सिंग में भी लिप्त थे.

-25 जुलाई 2015 को आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग केस में दिल्ली पुलिस को झटका देते हुए पटियाला हाउस कोर्ट ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया. कोर्ट ने श्रीसंत, अजित चंदीला और अंकित चव्हाण पर लगे पुलिस के सभी आरोपों को खारिज कर दिया. कोर्ट ने सबूतों के अभाव में आरोपियों को बरी किया.

-18 अप्रैल 2017 को बीसीसीआई ने एस श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध की समीक्षा की. उसने इस तेज गेंदबाज की अपील को खारिज कर दिया. बीसीसीआई का दो टूक कहा कि वह भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति से कोई समझौता नहीं करेगा. श्रीसंत को पत्र लिखकर अपने फैसले की सूचना दे दी गई.

श्रीसंत का नाम आने से मचा था हड़कंप

वैसे तो उस दिन 'संजय दत्त का कोर्ट में होने वाले सरेंडर' की खबर पर सबकी नजर थी, तभी गुरुवार सुबह आईपीएल में स्‍पॉट फिक्सिंग की खबर आ गई. फिक्सिंग में श्रीसंत का नाम आने से हड़कंप मचा था. इसी कड़ी में एक हफ्ते बाद एक और बड़ा नाम शामिल हो गया, जब बीसीसीआई चीफ श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन को आईपीएल में सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग कांड में उनकी कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार कर लिया गया.

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श्रीनि ने इस्तीफा देने से किया था इनकार

श्रीनिवासन पर बीसीसीआई अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के लिए दबाव बढ़ता गया, लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया. जबकि बोर्ड सचिव, कोषाध्यक्ष और आईपीएल अध्यक्ष ने अपने-अपने इस्तीफे सौंप दिए. हालांकि श्रीनिवासन अस्थायी रूप से पद छोड़ने के लिए राजी हुए थे. बोर्ड ने गड़बड़ी की जांच के लिए एक जांच समिति का गठन किया. लेकिन जांच शुरू होने से पहले, दिल्ली पुलिस ने घोषणा की कि राजस्थान रॉयल्स फ्रेंचाइजी राज कुंद्रा के मालिक ने आईपीएल मैचों में सट्टेबाजी कबूल कर ली है.

 

 

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