
केरल की नन से रेप के मामले में जालंधर की एक चर्च ने आरोपी बिशप को पूरी तरह से क्लीन चिट दी है. जालंधर की मिशनरीज़ ऑफ जीसस ने एक आंतरिक रिपोर्ट में कहा है कि बिशप इस मामले में निर्दोष हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि पीड़ित नन ने अन्य नन और लोगों से प्रभावित होकर बिशप के खिलाफ बयान दिया है. इसमें 5 नन और चार अन्य लोग शामिल थे. उन्होंने कहा है कि नन ने बिशप पर गलत आरोप लगाए हैं.
बता दें कि केरल की एक नन ने आरोप लगाया था कि जालंधर के रहने वाले एक बिशप ने 2014 से 2016 तक 13 बार उनके साथ रेप किया. जब भी वह केरल आते थे, वे उनका रेप करते थे. जिसके बाद से ही इस पर बवाल मचा हुआ है.
मिशनरीज़ कमीशन ने कहा है कि पीड़ित नन के जानने वालों ने विज़िटर रजिस्टर और सीसीटीवी में छेड़छाड़ की है. 5.5.2014 को बिशप के केरल जाने का कोई भी सबूत नहीं है. इसके अलावा 2015 में नन और बिशप को एक साथ किसी प्राइवेट कार्यक्रम में शामिल होते हुए भी देखा गया था. आपको बता दें कि शुक्रवार को ही देशभर में कई संगठन पीड़ित नन के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं.
मालूम हो कि नन से रेप का मामला इसी साल जून में उस वक्त सामने आया जब 47 वर्षीय कैथोलिक नन कोट्टायम के एसपी के पास पहुंची. उसने आरोप लगाया कि आरोपी बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने पिछले दो साल में उससे कई बार रेप किया.
नन ने 7 पेजों के अपने पत्र में कहा है कि बिशप मुलक्कल ने साल 2014 से 2016 के बीच उसका शारीरिक उत्पीड़न किया. साथ ही यह भी बताया कि वह किस-किस के पास मदद के लिए गई, लेकिन उसकी मदद के लिए कोई भी आगे नहीं आया.