
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर के रामानुज नगर थाने में चार साल पहले अपहरण का शिकार हुई एक नाबालिग लड़की अचानक एक बच्चे के साथ पहुंची तो सभी हैरान रह गए. यह वही लड़की थी जिसकी खोजबीन में पुलिस और परिजनों ने दिन-रात एक कर दिया था. पुलिस पीड़िता से पूछताछ करते हुए इस मामले की जांच कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, कोरिया जिले के सोनहत निवासी राजाराम ने पीड़िता को अगवा किया था. उसे बहला फुसलाकर मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में ले जाया गया. वहां उसे 62 हजार रुपयों में बेच दिया गया. अक्टूबर 2014 में अंजली (बदला हुआ नाम) स्कूल से घर वापस नहीं लौटी थी. उसके परिजनों ने दो दिनों तक उसकी खोजबीन की थी.
उसका कोई सुराग हाथ नहीं लगा, तो परिजनों ने थाने में उसकी गुमशुदगी का केस दर्ज कराया था. पुलिस ने भी अंजली की खोजबीन के लिए खूब हाथ पांव मारे. तब पता चला कि आखिरी बार वो किसी कार में दिखाई दी थी. पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपहरण का प्रकरण दर्ज किया था. इसके बाद से उसकी तलाश जारी थी.
अपनी आपबीती पुलिस को सुनाते हुए अंजली ने बताया कि कुमेर नामक शख्स ने उसे शिवपुरी के एक फॉर्म हाउस में रखा था. वहां उसकी सुरक्षा में लठैत भी रखे गए थे. रोजाना उसके साथ कुमेर और उसके साथी गैंगरेप करते थे. उसे नाचने गाने के लिए भी मजबूर किया जाता था. पीड़िता ने यह भी बताया कि उसकी अश्लील वीडियो बनाई गई है.
इस वीडियो के जरिए उसे ब्लैकमेल किया जाता था. कुमेर ने उसे धमकी दी थी कि यदि वो फॉर्म हाउस छोड़कर भागी तो उसकी अश्लील वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया जाएगा. फिलहाल पुलिस ने कोरिया निवासी राजाराम और शिवपुरी निवासी कुमेर के खिलाफ गैंगरेप और मानव तस्करी का मामला दर्ज किया है.