
उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के सुमेरपुर गांव में राम अवतार तिवारी के घर तीन माह पहले ही बहू आई थी. बहू की नजर ससुर की दौलत पर थी, लेकिन उसका जेठ इस दौलत को अकेले हासिल करने में रोड़ा था. फिर बहू ने अपने पति को तैयार किया कि हम ससुर की हत्या कर इसका इल्जाम जेठ के सिर लगा देंगे.
ऐसा ही किया.
80 साल के ससुर को बहू और उसके बेटे ने मिलकर मार डाला. शव को कमरे में ही दफना दिया. पुलिस को उनके लापता होने की सूचना दी और शक जेठ पर जाहिर कर दिया, लेकिन पूछताछ में जेठ की बेटी ने इस राज से पर्दा उठवा दिया. लाश बरामद होने के बाद बहू डाली गिरफ्तार कर ली गई. लेकिन, यहाँ भी उसने पुलिस को चकमा दे दिया और थाने से फरार हो गयी.
पुलिस अधीक्षक ने फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिये सीओ सदर सहित क्राइम ब्रांच को लगाया है. बेतवा नदी के जंगलों में कई घंटे से भारी पुलिस बल काम्बिंग कर रहा है मगर अभी तक महिला आरोपी का कहीं कोई पता नहीं चल सका.
यह है पूरा मामला
हमीरपुर जिले के सुमेरपुर थाना क्षेत्र के अतरैया गांव निवासी रामऔतार तिवारी (80) दो पुत्रों का पिता था. बड़ा पुत्र भागवत प्रसाद तिवारी और रामकुमार तिवारी एक घर में अलग-अलग रहते हैं. रामऔतार तिवारी अपने छोटे पुत्र रामकुमार व बहू डॉली तिवारी के साथ रहता था. रामऔतार तिवारी के पास लाखों की सम्पत्ति थी. पुरोहित का कार्य करने के साथ ही खेतीबाड़ी से काफी सम्पत्ति जुटाई थी.
एक माह पहले रामऔतार तिवारी के लापता होने की सूचना बहू ने थाने में दर्ज करायी थी. पुलिस इस मामले की छानबीन कर ही रही थी कि रामऔतार की नातिन ने सारा राज पुलिस के सामने खोल दिया. नातिन की बात सुनते ही पुलिस ने तीन दिन पहले रामकुमार तिवारी के घर जाकर बंद कमरा खुलवाया और जमीन के अंदर से रामऔतार का शव बरामद किया.
पांच फीट गहरे गड्ढे में दफनाया था शव
पुलिस ने बताया कि बुजुर्ग रामऔतार तिवारी की गर्दन काटकर हत्या करने के बाद शव कमरे में फर्श खुदवाकर दफनाया गया था. उस कमरे में भूसा भर दिया गया था. यह घटना बहु डाली व उसके पति ने की थी। घटना के बाद बहु ने थाने में ससुर के लापता होने की सूचना देकर जेठ भागवत प्रसाद तिवारी पर शक किया था. मृतक की नातिन के राज खोलने से डाली तिवारी व उसके पति का पाप उजागर हो गया.
35 बीघे जमीन के काश्तकार थे पुरोहित
भागवत प्रसाद तिवारी ने बताया कि पिता रामऔतार 35 बीघे जमीन के काश्तकार थे. उनके पास लाखों की नगदी के साथ ही जेवरात थे. वहीं अनाज बेचकर एक लाख रुपये एकत्र कर अपने पास रखे थे. लाखों की सम्पत्ति पर बहू डॉली तिवारी की नजर थी. इसे पाने के लिये ही उसने घटना की पृष्ठभूमि तैयार की और पति रामकुमार तिवारी के साथ उसने घटना को अंजाम देकर घर के कमरे में शव दफनाया दिया.
तीन माह पहले दुल्हन बनकर आई थी डॉली
बताया जाता है कि डाली दुबे फतेहपुर की रहने वाली है जिसने 9 जनवरी 2018 को अतरैया में रामऔतार तिवारी के छोटे पुत्र रामकुमार तिवारी के साथ शादी की थी. शादी भी इसने कोर्ट मैरिज की थी. डॉली तिवारी की यह दूूसरी शादी थी. इसका पहला पति सड़क दुघर्टना में मर गया था. बताते है कि शादी के तीन माह के अंदर ही इसने इतना बड़ा हत्याकांड को अंजाम देकर डॉली तिवारी बड़े आराम से घर पर रही थी.
पुलिस ने बहू को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मंगलवार की सुबह वह पुलिस को चकमा देकर थाने से भाग निकली.
महिला थाना प्रभारी सस्पेंड
हत्या की आरोपी के भागने के बाद महिला थाना प्रभारी संगीता सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है. एसपी ने इसे गंभीर लापरवाही माना. थाना प्रभारी ने बताया था कि डॉली वाथरूम गयी थी और वहीँ से दीवार फांदकर भाग निकली. इस मामले की सीओ ने जाँच शुरू कर दी है.
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