अनुच्छेद 370 निरस्त करने के बाद से ही मोदी सरकार और भारतीय मीडिया पाकिस्तानी ट्रोल्स के निशाने पर हैं. पड़ोसी देश के सोशल मीडिया यूजर्स एक बार फिर पुराना फर्जी वीडियो शेयर कर रहे हैं जिसमें 14 फरवरी को पुलवामा हमले के लिए प्रधानमंत्री मोदी को मास्टरमाइंड बताया गया था.
पाकिस्तान के यूट्यूब यूजर डॉक्टर तुर्की का एक वीडियो एक बार फिर सोशल मीडिया पर दिख रहा है जिसमें दावा किया गया है कि उसने पुलवामा के बाद प्रधानमंत्री मोदी की कॉल रिकॉर्डिंग है. ये वीडियो करीब 5 महीने पुराना है.
इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम ने पाया कि दावा झूठा और बेबुनियाद है.
दावे के पीछे की सच्चाई
3 मार्च को पोस्ट किये गए इस वीडियो को अब तक 39000 से ज्यादा बार शेयर किया जा चुका है. इस वीडियो का आर्काइव आप यहां देख सकते हैं.
पाकिस्तानी यू ट्यूब यूजर ने एक फेसबुक यूजर अवि डांडिया का एक पुराना फर्जी वीडियो सबूत के तौर पर पेश किया. कई इंडिया टुडे समेत कई फैक्टचेकर्स ने इस कहानी को फर्जी साबित किया था. अवि डांडिया ने अपने वीडियो में जिस आवाज का इस्तेमाल किया था वो फर्जी थी.
वीडियो में क्या है
डॉक्टर तुर्की के 11 मिनट लंबे वीडियो में वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जहर उगल रहा है. उसका दावा है कि पीएम मोदी का एक ऑडियो लीक हुआ है जिससे ये साबित होता है कि पुलवामा हमले के पीछे प्रधानमंत्री मोदी थे.
इसके बाद वो फेसबुक पर फर्जी खबर फैलाने वाले अवि डांडिया का वीडियो चलाता है और लोगों से उससे सुनने की अपील करता है.
वो आवाज एक महिला और दो केंद्रीय मंत्रियों के बीच की है. इसको सुनने से लगता है कि इनका इरादा भारतीय फौज पर हमला कर देशभक्ति की भावना भड़काना है.
इसके बाद पाकिस्तानी यूट्यूब यूजर्स भारतीय मीडिया की फर्जी तस्वीर चलता है और उसे पुलवामा का मास्टरमाइंड बतता है. वो पाकिस्तानी के कब्जे में रहे विंग कमांडर अभिनंदन का वीडियो भी चलाता है और भारतीय लोगों से प्रधानमंत्री मोदी को सत्ता से हटाने की अपील करता है
AFWA ने किया था फर्जीवाड़े का खुलासा
1 मार्च 2019 को अवि डांडिया ने फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें दावा किया था कि बीजेपी के दो मंत्रियों ने एक महिला से बात की थी. बाद में ये दावा फर्जी साबित हुआ , फैक्ट चेक करने वाले जैसे Alt News और इंडिया टुडे ने इसे गलत साबित किया था.
इस बातचीत को तत्कालीन गृहमंत्री राजनाथ सिंह और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के कई इंटरव्यू को जोड़कर तैयार किया गया था.
पाकिस्तान के यूट्यूबर ने डांडिया के फर्जी वीडियो का कुछ हिस्सा उठाया और दावा किया कि ये प्रधानमंत्री मोदी की आवाज है. डांडिया का दावा है कि वो एक NRI है और फेसबुक पर उसके 2.8 लाख फॉलोवर हैं.
डॉक्टर तुर्की कौन है
पाकिस्तान के यूट्यूब यूजर ‘Doctor Turki’ के यूट्यूब और Facebook पर भारी संख्या में फैन्स हैं.
वो 2017 से यूट्यूब चैनल चलाता है और उसको करीब 5 लाख लोग फॉलो करते हैं. ये चैनल वो सऊदी अरब से चलाता है और उसके ज्यादातर वीडियो मोदी विरोधी और भारत विरोधी होते हैं.
निष्कर्ष
डॉक्टर तुर्की का दावा भ्रामक है और उसने अपने दावे को साबित करने के लिए एक और फर्जी वीडियो का इस्तेमाल किया है। हालांकि उसने एक बात सही कही है जब भारतीय मीडिया ने एक विदेशी सैनिक की तस्वीर को पुलवामा का मास्टरमाइंड बता दिया था. कई मीडिया संस्थानों ने उस वक्त ये फोटो इस्तेमाल की थी लेकिन बाद में इसको ठीक कर लिया गया था.