
गया रोडरेज केस में बेटे रॉकी यादव और पति बिन्दी यादव के बाद जेल में पहुंची जेडीयू से निलंबित एमएलसी मनोरमा देवी की नई पहचान कैदी नंबर 10460 है. उनको घर में शराब रखने की वजह से जेल की हवा खानी पड़ रही है. उनको साधारण कैदी का दर्जा दिया गया है. सेंट्रल जेल के महिला वार्ड में रखा गया है.
गुरुवार को कोर्ट ने भी उन पर रहम नहीं खाया. उनकी जमानत याचिका खारिज हो गई. सत्ता का सुख भोग चुकी मनोरमा देवी का जेल में हाल बेहाल है. दिन-रात एसी का आनंद लेने वाली मनोरमा का आलम ये है कि उन्हें रात भर नींद नहीं आती. भीषण गर्मी और मच्छरों के बीच करवटें बदलते-बदलते रात कट रही है.
जेल सूत्रों के मुताबिक, मनोरमा देवी को जेल में बने हुए ब्रेड के साथ चाय और नाश्ते में रोटी-सब्जी दी जा रही है. तरह-तरह के व्यंजनों का लुफ्त उठाने वाली मनोरमा को आम कैदी की तरह भोजन में चावल, दाल और सब्जी दिया गया. उन्होंने 16 मई को कोर्ट में सरेंडर किया था. इसके बाद 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
कौन हैं मनोरमा देवी
मनोरमा देवी का जन्म 1970 में हुआ था. मूल रूप से पंजाब की रहने वाली मनोरमा के पिता हजारा सिंह एक ट्रक ड्राईवर थे. वो अक्सर जीटी रोड से आया जाया करते थे. उसी दौरान वह बाराचट्टी के काहूदाग के पास एक ढाबे पर रुका करते थे. उसी ढाबे वाली की बेटी कबूतरी देवी थी. हजारा सिंह ने उनसे शादी कर ली. वहीं जमीन खरीद कर बस गए.
ऐसे हुई थी शादी
मनोरमा देवी उन्हीं दोनों की बेटी हैं. उन्होंने कन्या हाई स्कूल बाराचट्टी से मैट्रीक और सोभ कॉलेज से इंटर की परीक्षा पास की है. उनकी 1989 में देवघर के बिंदी यादव से शादी हुई. बिन्दी उस जमाने में इतना कुख्यात तो नही था, लेकिन ठेकेदारी करता था. वो भी अक्सर बाराचट्टी के काहूदाग वाले ढाबे पर आया करता था. मनोरमा से उसकी दूसरी शादी थी.