
उत्तरी कोलकाता में गणेश टॉकीज के निकट 9 साल से बन रहे फ्लाईओवर का हिस्सा गिरने से अब तक 14 लोगों की मौत हो गई है. गुरुवार दोपहर करीब सवा बारह बजे की इस भयावह घटना में 78 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. राहत और बचाव में सेना और एनडीआरफए की कई टीमें जुटी हुई हैं, वहीं चश्मदीदों ने कहा कि पुल गिरने की आवाज ऐसी थी, जैसे कोई धमाका हुआ हो.
घटनास्थल के नजदीक रहने वाले एक चश्मदीद ने बताया कि गिरने की आवाज किसी धमाके की तरह थी और आंखों के सामने सिर्फ धुआं नजर आ रहा था.
उन्होंने बताया कि धमाके के बाद चीख और पुकार के बीच शोर सुनाई दिया कि ब्रिज गिर गया . इसके बाद महिलाएं और बच्चे डर के मारे बुरी तरह रोने लगे.
एक अन्य व्यक्ति ने कहा, 'हमने देखा था कि सीमेंट और अन्य सामान कल शाम को चढ़ाया जा रहा था. लेकिन यह आज अचानक ढह गया. फ्लाईओवर के मलबे में करीब 150 लोगों के दबे होने की आशंका है.' इस बीच घटनास्थल का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है.
घटना के बाद केंद्र सरकार की ओर से बचाव कार्य के लिए सेना को भी इंजिनियरों और मेडिकल टीम के साथ भेजा गया है, वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपनी चुनावी सभा और कार्यक्रमों को रद्द कर कोलकाता पहुंच चुकी हैं.
घटनास्थल के नजदीक रहने वाले एक महिला ने कहा, 'मेरा घर हिलने लगा था. मैंने बाहर आकर देखा तो पुल नीचे गिर चुका था.' एक अन्य महिला ने कहा कि हम लोग अब तक इस हादसे की दहशत से बाहर नहीं निकल पाए हैं.
दुर्घटना पर विरोधी दलों ने तृणमूल सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. सीपीएम सांसद मोहम्मद सलीम ने सवाल उठाते हुए कहा है कि आखिर ब्रिज का काम दिन में क्यों किया जा रहा था? केंद्र सरकार में मंत्री और बंगाल के आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो ने फ्लाई ओवर हादसे के पीछे लापरवाही का आरोप लगाया है.
बीजेपी नेता और पश्चिम बंगाल के पार्टी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि इस दुर्घटना के लिए ममता सरकार जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि जिम्मेदार मंत्रियों और लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.