
राजस्थान के कोटा में राष्ट्रीय आर्थिक सांख्यिकी गणना के काम के लिए गई एक महिला के साथ अभद्रता का मामला सामने आया है. बुधवार को बोरखेड़ा थाना क्षेत्र में महिला सर्वेयर आर्थिक सांख्यिकी गणना के लिए बोरखेड़ा इलाके में गई तो उसके साथ कई लोगों ने कथित तौर पर अभद्रता की.
महिला सर्वेयर नसरीन बानो का आरोप है कि लोगों ने उससे मोबाइल छीना, जबरन मोबाइल ऐप में जो सर्वे से संबंधित डेटा फीड था, उसे भी डिलीट करवा दिया तथा ऐप को फोन से अन-इनस्टॉल करवा दिया.
नसरीन बानो ब्रज धाम कॉलोनी में सर्वे करने पहुंची थी, जहां पर उन्होंने कुछ परिवारों से आर्थिक गणना के लिए जानकारी प्राप्त की. जब वहां से निकल रही थी तो उन्हें कुछ महिलाओं और पुरुषों ने घेर लिया.
नसरीन बानो का आरोप है कि उनके साथ अभद्रता की गई, उनका मोबाइल छीन लिया गया तथा उसमें से आर्थिक सांख्यिकी गणना से संबंधित डाटा को डिलीट कर दिया गया तथा ऐप को अनइनस्टॉल कर दिया गया.
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची और एक व्यक्ति को शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया. महिला की रिपोर्ट पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है.
एसएचओ मौके पर पहुंचे तो वहां पर अंसारी नामक एक युवक और कई महिलाएं एवं अन्य पुरुष मौजूद थे. अंसारी ने पुलिस के सामने कथित तौर पर महिला सर्वे कर्मी के साथ बदतमीजी की जिसके बाद पुलिस ने उसे शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया.
सीआई महेश सिंह ने कहा, 'उसने बताया कि मैं राष्ट्रीय गणना का सर्वे करने गई थी तो कुछ परिवारों ने उसका मोबाइल छीन लिया और बदतमीजी की. साथ ही सर्वे के ऐप को अनइनस्टॉल करने की शिकायत भी दी, जिसके बाद हम वहां पहुंचे.'
नसरीन बानो का आरोप है कि लोगों ने उसे घेर लिया था और उसके बताने पर कि वह भी मुस्लिम समुदाय से है, लोगों ने उसकी बात को नहीं माना तथा उससे कुरान की आयतें पढ़वाई गईं.
नसरीन बानो ने कहा, 'मैं आर्थिक गणना के लिए वहां गई थी, उन्होने पहले मुझे डेटा दे दिए थे लेकिन मैं थोड़ा आगे गई तो उन्होंने मुझे बुलाया और 4-5 परिवारों ने इकट्ठा होकर मेरा हाथ पकड़कर मेरा मोबाइल छीन लिया. मोबाइल का डाटा डिलीट कर दिया और कहा कि हमें कोई सर्वे नहीं करवाना. मेरे साथ बहुत बदतमीजी की, मैं बहुत घबरा गई थी. मैंने कहा कि मैं आपके ही समाज की हूं तो उन्होंने सबूत देने को कहा और मेरे से आयत पढ़ने को कहा. मेरे से आई कार्ड दिखाने को कहा और आई कार्ड दिखाने के बाद भी वो नहीं माने.'