
पहले से तल्ख भारत और पाकिस्तान के ताल्लुकात कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा के बाद और खराब होने जा रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक नई दिल्ली पाकिस्तानी सेना के इस फैसले का चरणबद्ध जवाब देने के लिए कमर कस रहा है.
जारी होगी ट्रेवल एडवायजरी?
सूत्रों की मानें तो पाकिस्तान को जवाब देने के लिए दोनों देशों के बीच के नागरिकों के बीच संबंध घटाने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए विदेश मंत्रालय भारत के लोगों को पाकिस्तान ना जाने की सलाह जारी कर सकता है. साथ ही पाकिस्तान के लिए वीजा प्रक्रिया को भी धीमा किया जा सकता है. भारत का मानना है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने कुलभूषण यादव को ईरान से अगवा किया था. सूत्र दावा कर रहे हैं कि मोदी सरकार पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने के लिए सभी विकल्पों पर गौर कर रही है.
सुषमा की चेतावनी पर अमल
इससे पहले विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने संसद में कहा था कि भारत कुलभूषण जाधव को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाएगा. उन्होंने साफ किया था कि पाकिस्तान को कुलभूषण जाधव के खिलाफ कार्रवाई से पहले सोच लेना चाहिए कि इसका दोनों देशों के रिश्तों पर क्या असर पड़ेगा. विदेश मंत्रालय का कहना था कि अगर कुलभूषण यादव को सजा-ए-मौत दी जाती है तो भारत इसे सोचा-समझा कत्ल मानेगा.
कुलभूषण को फौरन नहीं होगी फांसी
हालांकि पाकिस्तानी सेना ने कुलभूषण जाधव के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का ढोंग आनन-फानन में पूरा किया है. लेकिन पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा था कि कुलभूषण जाधव को फौरन फांसी नहीं दी जाएगी. उनके सामने अब भी 60 दिनों के भीतर फैसले के खिलाफ अपील करने का विकल्प मौजूद है.