
हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और हरियाणा जनहित कांग्रेस (एचजेसी) का तीन साल पुराना गठबंधन टूट गया है. गठबंधन तोड़ने का ऐलान करते हुए एचजेसी के मुखिया कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि बीजेपी धोखेबाज पार्टी है. लोकसभा चुनाव जीतने के बाद उनका रवैया बदल गया है. हम हरियाणा की जनता के प्रति जवाबदेह हैं इसलिए बीजेपी के साथ गठबंधन में नहीं रहेंगे.
कुलदीप बिश्नोई ने कहा, 'आज बीजेपी में पांच कैंडिडेट कांग्रेस से आए हैं. लोकसभा में ये थे नहीं, विधानसभा में कहां से आ जाएंगे. ये धोखेबाज पार्टी है. इनकी फितरत नहीं बदली. हम हरियाणा की जनता के प्रति जवाबदेह हैं.'
सूत्रों ने बताया कि यह गठबंधन सीटों के बंटवारे को लेकर टूटा. बिश्नोई अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के लिए 90 में से 45 सीटें चाहते थे. इसके अलावा उनकी यह भी मांग थी कि अगर संभव हो सके तो उन्हें गठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पर प्रोजेक्ट किया जाए. बीजेपी उनकी दोनों मांगों पर सहमत नहीं हुई.
बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा, 'हमने फैसला किया, जो लोग देवीलाल, बंसीलाल, चौटाला जी सबको धोखा दे सकते हैं, वे जनता को धोखा नहीं देंगे इसकी क्या गारंटी. हम बीजेपी को डंप कर रहे हैं. अपना गठबंधन तोड़ रहे हैं. हम धोखेबाज पार्टी के साथ खड़े नहीं होना चाहते. हरियाणा कुरुक्षेत्र की धरती है. न्याय देने वाली धरती है. हमारी पार्टी का गठन अन्याय के खिलाफ हुआ था. हम जनता के सामने न्याय मांगने जा रहे हैं. इन्होंने हमारे साथ जो किया, उस पर फैसला जनता करेगी.'
आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव में हरियाणा में बीजेपी-एचजेसी गठबंधन का प्रदर्शन बेहद ही शानदार रहा था. राज्य की 10 में से 7 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की. हालांकि कुलदीप बिश्नोई सिरसा से चुनाव हार गए थे.
इस मौके पर कुलदीप बिश्नोई ने यह भी ऐलान किया कि उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव में विनोद शर्मा की जन चेतना पार्टी के साथ मैदान में उतरेगी.
कुलदीप सिंह बिश्नोई के बयान पर बीजेपी ने किया पलटवार
बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कुलदीप सिंह बिश्नोई के धोखा देने के आरोपों को गलत बताया. उन्होंने कहा कि बीजेपी कभी अपने साथी को धोखा नहीं देती. बल्कि हरियाणा जनहित कांग्रेस जमीनी हकीकत को नहीं समझ रही है. उन्होंने कहा, 'लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने हुड्डा के साथी को टिकट दिया. हमनें इसका विरोध भी किया था. हमनें उन्हें दो सीटें दी और वह दोनों पर हार गए. हम गठबंधन में बने रहना चाहते थे. लेकिन हरियाणा की जनता सूबे में बीजेपी की सरकार चाहती है और सूबे का मुखिया भी बीजेपी का. लोकसभा चुनाव में नतीजे बीजेपी के पक्ष में थे. हमने बिश्नोई जी से कहा था कि वह जमीनी हकीकत को समझें.'