Advertisement

लद्दाख: हॉट स्प्रिंग से पीछे हटी चीनी सेना, पैंगोंग पर जल्द हो सकती है कमांडर स्तर की बैठक

हॉट स्प्रिंग से चीन और भारत की सेना पीछे हट गई हैं. डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया के तहत दोनों देशों की सेनाओं ने अपने कदम पीछे किए हैं.

हॉट स्प्रिंग से पीछे हटी चीनी सेना (फाइल फोटो- PTI) हॉट स्प्रिंग से पीछे हटी चीनी सेना (फाइल फोटो- PTI)
शिव अरूर
  • नई दिल्ली,
  • 25 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 11:02 PM IST

  • लद्दाख में हॉट स्प्रिंग से पीछे हटी चीन की सेना
  • पैंगोंग को लेकर अगले हफ्ते हो सकती है बैठक

लद्दाख में हॉट स्प्रिंग से चीन और भारत की सेना पीछे हट गई हैं. डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया के तहत दोनों देशों की सेनाओं ने अपने कदम पीछे किए हैं. वहीं, पैंगोंग को लेकर अगले हफ्ते सैन्य कमांडर स्तर की बैठक हो सकती है.

सैन्य और राजनयिक स्तर पर जारी बातचीत के कारण ही पीपी 15 पर पूरी तरह से डिसएंगेजमेंट हुआ है. इससे पहले गलवान और गोगरा क्षेत्र में भी डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है. यानी कि पूर्वी लद्दाख के पीपी 15, पीपी 14 और पीपी 17 ए में डिसएंगेजमेंट हो चुका है.

Advertisement

बता दें कि पैंगोंग और हॉट स्प्रिंग ऐसे इलाके हैं, जहां पर दोनों सेनाएं आमने-सामने हैं. तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए भारतीय सेना भी पूरी तरह से सतर्क है. लेकिन अब हॉट स्प्रिंग से दोनों देशों की सेनाएं पीछे हट गई हैं, लेकिन पैंगोंग पर अगले हफ्ते बातचीत हो सकती है.

ये भी पढ़ें- अयोध्या में राम मंदिर के भूमिपूजन कार्यक्रम में पहुंचेंगे पीएम मोदी, योगी ने किया कन्फर्म

दोनों देशों में मई के शुरुआती दिनों से ही तनाव की स्थिति बनी हुई. गतिरोध को खत्म करने के लिए सेनाओं ने बातचीत के जरिए हल निकालने की कोशिश की, जिसमें तय हुआ कि जो भी विवादित क्षेत्र हैं वहां से सेनाएं पीछे हटेंगी. 14 जुलाई को आखिरी बार दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों में बात हुई थी.

पैंगोंग से पीछे नहीं हट रहा चीन

Advertisement

चीन ने कोर कमांडर की बैठक के बाद ही हॉट स्प्रिंग से पीछे हटने के संकेत दे दिए थे. लेकिन पैंगोंग से पीछे नहीं हट रहा है. चीन फिंगर 4 और 5 इलाके में टिका रहना चाहता है.

ये भी पढ़ें- ट्वीट पर घिरे राहुल गांधी, सीएम रुपाणी बोले- हमारी पहल को बताते हैं खुद का आइडिया

गौरतलब है कि लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को चीन और भारत के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी. इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. चीन को भी इसमें नुकसान हुआ था. हालांकि उसके कितने सैनिक मारे गए उसने इसका खुलासा नहीं किया. इस घटना के बाद से दोनों देशों में तनाव चरम पर पहुंच गया था. बातचीत के जरिए तनाव को कम करने की कोशिश की गई, जिसमें विवादित क्षेत्रों से पीछे हटने पर सहमति बनी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement