
बॉलीवुड की किसी एक्शन थ्रिलर की तरह लेडी पुलिस ऑफिसर का बुर्का पहन कर जुए के अड्डे (गैंबलिंग डेन) पर छापा मारना...साथ में सादी ड्रेस में बस एक सब इंस्पेक्टर और...अड्डे पर 28 हार्डकोर जुआरी मौजूद...ऐसे में पुलिस ऑफिसर के साथ कुछ भी होने का डर...हमला होने पर जान जाने का भी जोखिम.
ये किसी फिल्म की कहानी नहीं बल्कि अहमदाबाद में सोमवार रात की हकीकत है. जिस दिलेर पुलिस ऑफिसर ने इसे अंजाम दिया उनका नाम है डीसीपी मंजिता वंजारा. शहर के जिस इसनपुर इलाके में जुए का अड्डा चलाया जा रहा था, वहां पुलिस का पहुंचना ही काफी मुश्किल था. संकरी गलियां. अब किस गली में किस घर में छापा मारना है, इसे तय करना भी मुश्किल था.
काफी समय से चल रहा था जुआ
पुलिस को ये सूचना मिली थी कि इसनपुर में मस्जिद के पास गली के एक घर में मोहम्मद उर्फ शेरू और नासिर खान पठान काफी समय से जुआ खिला रहे हैं. मंजिता वंजारा पर पूरा भरोसा होने की वजह से सीनियर ऑफिसर्स ने उन्हें इस ऑपरेशन को अंजाम होने की जिम्मेदारी दी. लेकिन जिस इलाके में जुआ चल रहा था, वहां पुलिस के पहुंचने की पहले से ही जरा भी भनक मिल जाती तो जुआरी वहां से बिना कोई सबूत छोड़े फरार हो जाते. इसलिए रणनीति ये बनाई गई कि मंजीता वंजारा को बुर्के में वहां भेजा जाए.
सादे कपड़ों में साथ था एक इंस्पेक्टर
उनके साथ सादे कपड़ों में एक सब इंस्पेक्टर को भी भेजा जाए. बैकअप के लिए पुलिस की टीम भी हर वक्त पूरी तरह मुस्तैद रहे. जैसे ही मंजिता इशारा करे वैसे ही पुलिस टीम वहां पहुंच जाए. जुए के अड्डे पर ऐसा भी मौका आया जब मंजिता वंजारा 28 जुआरियों को ललकारते हुए वहां अकेली खड़ी थीं. बाकी पुलिस टीम को वहां पहुंचने में कुछ वक्त लगा. लेकिन मंजिता वंजारा ने पूरी दिलेरी दिखाते हुए स्थिति का सामना किया. मौके से 28 जुआरियों को गिरफ्तार किया गया. जुआ खिलाने के सामान के साथ 1 लाख 14 हजार रुपये भी जब्त किए गए.
मंजिता वंजारा ने इंडिया टुडे ग्रुप से की बातचीत
मंजिता वंजारा से 'आज तक/इंडिया टुडे' ने इस पूरे ऑपरेशन पर बात की. मंजिता ने कहा कि उन्हें जो ड्यूटी सौंपी गई थी, उन्होंने उसे ही अंजाम दिया. मंजिता के अनुसार वो खुद को एक पुलिस ऑफिसर मानती हैं, इसलिए इसमें लेडी पुलिस ऑफिसर की वजह से खास करने जैसी कोई बात नहीं. मंजिता ने कहा कि जुए के अड्डे पर कार्रवाई से पहले वो दो घंटे तक उस इलाके में बुर्का पहन कर रहीं. वो और उनके साथी सब इंस्पेक्टर ऐसा ही नाटक करते रहे कि जैसे किसी अपने खोए हुए रिश्तेदार को ढूंढ रहे हों.
संदेह से घूर रहे थे लोग
लेकिन फिर भी वहां उन्हें पहली बार देखे जाने की वजह से कई आंखें उन्हें संदेह से घूरती रहीं. मंजिता के मुताबिक इस कार्रवाई में जोखिम था लेकिन पुलिस ऑफिसर्स को हर स्थिति से निपटने की ट्रेनिंग होती है. मंजिता ने कहा कि उनके पीछे बैकअप टीम थी इसलिए वो आश्वस्त थीं. मंजिता ने हंसते हुए कहा कि उन संकरी गलियों में मच्छरों की भरमार ने उन्हें जरूर परेशान किया. अहमदाबाद के एफ डिवीजन में तैनात मंजिता वंजारा पहले भी सेक्स रैकेट के खुलासे समेत इस तरह के कई ऑपरेशन को अंजाम दे चुकी हैं.
2013 में पास की थी UPSC परीक्षा
इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद मंजिता पुलिस सर्विस में आईं. 2013 में यूपीएससी परीक्षा पास करने के बाद मंजिता आईपीएस अफसर बनीं. मंजिता एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से मशहूर डी.जी. वंजारा के भाई के.सी. वंजारा की बेटी हैं. जांबाज पुलिस ऑफिसर मंजिता शास्त्रीय नृत्य में भी दक्ष हैं. बहरहाल, अहमदाबाद में हर जुबान पर इस 'लेडी सिंघम' का नाम है.