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सुनसान जगह खूंटी से बच्ची को टांगकर चली गई मां

लखीमपुर में 15 दिन की एक मासूम बच्ची एक सुनसान जगह पर खूंटी से टंगी हुई मिली है. इस बच्ची को एक थैले में डालकर यहां लटका गया था.

अभी तक पता नहीं चला कि बच्ची को कौन खूंटी पर टांग कर चला गया अभी तक पता नहीं चला कि बच्ची को कौन खूंटी पर टांग कर चला गया
परवेज़ सागर
  • लखीमपुर खीरी,
  • 29 दिसंबर 2015,
  • अपडेटेड 10:58 AM IST

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले में एक कलयुगी मां ने अपनी 15 दिन की मासूम बच्ची को थैले में डालकर एक सुनसान जगह खूंटी से लटका दिया. और वहां से फरार हो गई. इस मासूम बच्ची को नई मां ने सहारा दिया है. मगर अब कानून और मां की ममता के बीच एक जंग शुरू हो गई है.

मामला लखीमपुर खीरी शहर से करीब पांच किलोमीटर दूर चंदपुरा गांव का है. जहां खेत में गन्ने की कटाई करने जा रहे लोगों ने एक बच्चे के रोने की आवाज़ सुनी. जहां से आवाज़ आ रही थी कुछ लोगों ने वहां पास जाकर देखा तो एक दरवाजे के पास खूंटी से एक थैला लटक रहा था जिसमें से बच्चे के रोने की आवाज आ रही थी. थैले को नीचे उतारा गया तो उसमें लगभग 15 दिन की एक बच्ची निकली.

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चिमनी गांव की रहने वाली निर्मला भीड़ में मौजूद थी. पहले से एक बेटे और दो बेटियों की मां निर्मला ने बच्ची को अपना लिया. और उसे लेकर अपने घर आ गई. इस बच्ची को पाकर दो बेटियों की मां निर्मला काफी खुश है. हालांकि अभी तक इस बात का पता नही चल सका कि बच्ची को थैले में डालकर खूंटी पर किसने टांगा था.

पुलिस और चाइल्ड लाइन संस्था का कहना है की लावारिस बच्चा किसी अनाथ को ही दिया जा सकता है. उधर, निर्मला का कहना है कि हम इस बच्ची को पाकर बहुत खुश हैं. इसे अपने बच्चों की तरह ही पालेंगे.

कानूनी प्रावधान के चलते बच्ची निर्मला के पास ज्यादा देर नहीं रह सकी. चाइल्ड केयर वालों ने कानून का हवाला देकर बच्ची को अपने कब्जे में ले लिया. इसके बाद निर्मला थाने पहुंच गई और बच्ची को वापस दिलाने की जिद करने लगी. अब देखना यह है कि इस मामले में कानून की जीत होगी या एक मां की ममता की.

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