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श्रीलक्ष्मी माता की आरती

मां लक्ष्‍मी के पूजन से घर में धन और वैभव बना रहता है. मां को प्रसन्‍न करने के लिए मां की आरती करना बहुत जरूरी होता है...

श्रीलक्ष्मी माता श्रीलक्ष्मी माता
वन्‍दना यादव
  • नई दिल्ली,
  • 08 जुलाई 2016,
  • अपडेटेड 11:04 AM IST

मां लक्ष्मी धन और सौभागय की देवी हैं जिनके आशीर्वाद से घर में सुख-संपति बनी रहती है. मां की पूजा का शुभ दिन शुक्रवार है और इस दिन पूजा के बाद मां की आरती करने से सौभाग्य बना रहता है.

श्रीलक्ष्मी माता की आरती

ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निस दिन सेवत, हर विष्णु धाता ॥ ॐ जय...॥

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उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग माता।
सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥ ॐ जय...॥

दुर्गारूप निरंजनि, सुख सम्पति दाता।
जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि-धन पाता ॥ ॐ जय...॥

तुम पाताल निवासिनि, तुम ही शुभ दाता।
कर्म प्रभाव प्रकाशिनि, भवनिधि की त्राता ॥ ॐ जय...॥

जिस घर तुम रहती, तहं सब सद्गुण आता।
सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता ॥ ॐ जय...॥

तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न हो पाता।
खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता ॥ ॐ जय...॥

शुभ गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि जाता।
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता ॥ ॐ जय...॥

महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई जन गाता।
उर आनंद समाता, पाप उतर जाता ॥ ॐ जय...॥

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