
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि कानून का सम्मान करना कभी लालू प्रसाद यादव का स्वभाव ही नहीं रहा. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि चारा घोटाला के दूसरे मामले में भी लालू प्रसाद के दोषी पाये जाने के बाद उनकी पार्टी न्याय व्यवस्था में सेंध लगाने वाले दोहरे ऐक्शन-प्लान में जुट गई है.
स्पेशल कोर्ट के जज पर दबाव बनाना और जेल मैन्युअल की धज्जी उड़ाना उनके प्लान में शामिल था. प्लान-ए के तहत तेजस्वी यादव समेत पार्टी के चार बड़े नेताओं ने न्यायपालिका पर जातिवादी टिप्पणियां कीं. प्लान-बी था, लालू प्रसाद के लिए जेल में सेवक पहुंचाना.
मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद के जेल जाते ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में टकराव दिखने लगा. अदालत की अवमानना मामले में नोटिस मिलने पर एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराने की कोशिश हो रही है. मोदी ने आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी पर तंज कसते हुए कहा कि पुत्र-मोह में संन्यास तोड़ कर लालू प्रसाद की सेवा में लौटे एक नेता को तो चारा घोटाला से लेकर माल-मिट्टी और जमीन से बेनामी सम्पत्ति बनाने तक, आर्थिक अपराधों की पूरी लड़ी में सामाजिक न्याय की लड़ाई नजर आने लगी.