
चारा घोटाले के दूसरे मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को 23 दिसंबर को रांची के बिरसा मुंडा जेल में भेज दिया गया था. अब इस बात का खुलासा हुआ है कि लालू के दोषी करार दिए जाने से और बिरसा मुंडा जेल में भेजे जाने से पहले ही लालू के दो सेवादारों ने बिरसा मुंडा जेल में एंट्री ले ली थी.
इस पूरे मामले का खुलासा होने के बाद आरजेडी ने लालू का बचाव करते हुए कहा कि लक्ष्मण महतो और मदन यादव नाम के दो व्यक्ति जो 23 दिसंबर को लालू के जेल पहुंचने से पहले ही एक अन्य मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद जेल पहुंच गए थे, ये पार्टी के कार्यकर्ता थे न कि लालू के निजी सेवादार.
आजतक से बातचीत करते हुए आरजेडी के विधायक और प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने इस बात पर कड़ी आपत्ति जताई है. शक्ति सिंह यादव ने चुनौती दी है कि अगर जेल के अंदर लक्ष्मण महतो और मदन यादव के द्वारा लालू की सेवा करते हुए का कोई फुटेज उपलब्ध हो तो वह तुरंत सामने लाया जाए. नहीं तो ऐसे अनर्गल आरोप न लगाएं कि लालू जेल के अंदर निजी सेवादारों से अपनी सेवा करवा रहे हैं.
शक्ति सिंह यादव ने इस बात से इंकार किया कि लक्ष्मण महतो लालू यादव का निजी बावर्ची है और पटना में लालू आवास 10, सर्कुलर रोड के अंदर रहता है. शक्ति सिंह ने कहा कि लक्ष्मण महतो केवल पार्टी का एक कार्यकर्ता है. आरजेडी के एक अन्य नेता और विधायक हरिशंकर यादव ने कहा कि वह लालू प्रसाद के लिए जेल जाने के लिए तैयार हैं.
आजतक से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर कोर्ट आदेश करे तो वह लालू के लिए किसी भी वक्त रांची के बिरसा मुंडा जेल जा सकते हैं. हरिशंकर यादव का कहना था कि लालू के लिए पार्टी के हजारों कार्यकर्ता सदर जेल जाने के लिए तैयार हैं. वहीं, दूसरी तरफ जदयू ने इस पूरे मामले पर बोलते हुए कहा कि लालू सामाजिक न्याय का पाखंड करने में माहिर हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता और एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि लालू यादव गरीब लोगों से उनकी जमीन भी लिखवाते हैं और उनसे सेवा भी करवाते हैं.
नीरज कुमार ने मांग की है कि झारखंड सरकार इस पूरे मामले की तुरंत जांच करे और जिन पुलिस अफसरों ने लालू के दोनों सेवादारों को जेल पहुंचाने में भूमिका अदा की थी उन पर कार्रवाई की जाए. जदयू ने यह भी मांग की है कि इस पूरे मामले के सामने आने के बाद लालू को रांची के बिरसा मुंडा जेल से शिफ्ट करके हजारीबाग की ओपन जेल भेज देना चाहिए.