
आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद महागठबंधन में शामिल होने के बाबजूद कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार मानने से इंकार कर दिया. लालू प्रसाद ने कहा उनके अनुसार पीएम मेटेरियल तो नीतीश कुमार ही हैं. लालू प्रसाद के इस बयान के बाद महागठबंधन का आंतरिक विवाद फिर सतह पर आ गया. लालू प्रसाद का यह बयान कांग्रेस को पसंद नहीं आया और कांग्रेस ने साफ किया कि राहुल गांधी ही पीएम पद के उम्मीदवार हैं.
क्या कहा लालू ने?
लालू प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नीतीश कुमार उनकी पहली पसंद हैं. लालू ने कहा कि ये बात मैंने पहले भी कही है. लालू प्रसाद ने कहा कि ये कांग्रेस का अंतरिक मामला है कि कॉग्रेस पार्टी में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन है. लालू प्रसाद ने साफ शब्दों में कहा कि 2019 में केंद्र में बीजेपी की सरकार किसी भी कीमत पर नहीं बनेगी. विपक्ष में प्रधानमंत्री पद के कई दावेदार हैं और जिनमें प्रधानमंत्री बनने की योग्यता है. ऐसे में जिनका संयोग अच्छा होगा वो देश के प्रधानमंत्री बनेंगे. लालू प्रसाद ने संघ मुक्त भारत की दशा में नीतीश कुमार सबसे प्रबल दावेदार हैं और आरजेडी नीतीश कुमार को अपना समर्थन देगा.
लालू के बयान से कांग्रेस गुस्सा
लालू प्रसाद के इस बयान पर जहां कांग्रेस खेमे में मायूसी और गुस्सा है. वहीं जेडीयू ने लालू के इस बयान पर उन्हें धन्यवाद दिया है. कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पार्टी राहुल गांधी को पीएम पद का प्रत्याशी मानती है और इस मामले में पार्टी किसी के बयान पर ध्यान नहीं देती. कांग्रेस ने महागठबंधन के नेताओं को ऐसे बयानों से बचने की सलाह दी. वहीं जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने नीतीश कुमार को पीएम मेटेरियल कहने पर धन्यवाद दिया.
'आरजेडी नेता बेवजह के बयानों से बचें'
लालू प्रसाद ने आरजेडी के नेताओं को बेवजह के बयानों से बचने की सलाह देते हुए कहा कि महागठबंधन में आरजेडी सबसे बड़ा दल है. इसलिए सरकार चलाने की बड़ी जिम्मेवारी उनकी है. लालू प्रसाद ने कहा कि वो कालीदास नहीं हैं कि जिस डाल पर बैठे हैं उसी को काट दें. लालू प्रसाद ने नीतीश कुनार की तारीफ करते हुए कहा कि वह जो कर रहे हैं वह अच्छा कर रहे हैं और आगे जो भी करेंगे वो भी अच्छा ही करेंगे. लालू प्रसाद ने कहा कि वो कभी सरकार के काम में हस्तक्षेप नहीं करते और न ही कभी सरकार के कामों की समीक्षा करते हैं.