
आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी का कहना है कि भ्रष्टाचार के दाग से मुक्त सरकार ही मोदी जी की सबसे बड़ी पूंजी थी, लेकिन आज वह पूंजी ख़तरे में दिखाई दे रही है.
उन्होंने कहा, 'अमित शाह के पुत्र जय शाह की कंपनी के बचाव में जिस प्रकार केंद्रीय मंत्री मैदान में उतार दिए गए. जय शाह ने आनन-फ़ानन में मामले को उजागर करने वाले न्यूज़ पोर्टल पर एक सौ करोड़ रुपये का मानहानि का मामला दायर कर दिया. बताया जा रहा है कि इस मामले में भारत सरकार के वक़ील जय साह की क़ानूनी सहायता करेंगे. इन सबसे यह लगता है कि दाल में ज़रूर कुछ काला है.'
उन्होंने कहा कि विपक्ष जय शाह के मामले की जांच की मांग कर रहा है. मोदी सरकार जांच से परहेज़ क्यों कर रही है. सांच को आंच क्यों! देश में सभी के लिए एक क़ानून की संवैधानिक व्यवस्था क्या मोदी सरकार में बदल गई? अमित शाह के बेटे के मामले की जांच नहीं होगी, लेकिन लालू यादव के बेटे के मामले की जांच होगी! यह नहीं चलेगा.
शिवानंद तिवारी ने धमकी के अंदाज़ में कहा कि आरजेडी जय शाह के मामले की जांच की मांग करता है. अन्यथा मोदी सरकार की इस दोरंगी नीति का जनता के बीच वो भंडाफोड़ करेंगे.
गौरतलब है कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय अमित शाह की ओर से एक न्यूज पोर्टल के खिलाफ दायर आपराधिक मानहानि के मुकदमे में उनका प्रतिनिधत्व अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता करेंगे. न्यूज पोर्टल की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उनकी कंपनी के कारोबार में 2014 में बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से भारी वृद्धि दर्ज की गई.