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पनामा मामले में नामित लोगों पर अब तक कार्रवाई क्यों नहीं: लालू यादव

उनमें गौतम अडानी के भाई के अलावा कई बड़ी हस्तियों के नाम हैं. इनके यहां छापेमारी क्यों नहीं हो रही है? बृहस्पतिवार को रांची में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लालू ने ये बातें कही.

लालू प्रसाद यादव लालू प्रसाद यादव
धरमबीर सिन्हा
  • रांची,
  • 03 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 5:35 PM IST

राजद सुप्रीमो लालू यादव ने कहा है कि मोदी सरकार अगर भ्रष्टाचार और कालेधन को मिटाने के लिए इतनी ही ईमानदार है, तो वो पनामा पेपर लीक मामले में सामने आए. उन्होंने सवाल दागा कि लोगों के विरुद्ध सीबीआई कोई कार्रवाई क्यों नहीं करती? लालू ने कहा कि पनामा मामले में 424 भारतीयों के भी नाम हैं. उनमें गौतम अडानी के भाई के अलावा कई बड़ी हस्तियों के नाम हैं. इनके यहां छापेमारी क्यों नहीं हो रही है? बृहस्पतिवार को रांची में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लालू ने ये बातें कही.

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मोदी और शाह के इशारे पर सीबीआई की छापेमारी

लालू यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि कि नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के इशारे पर उनके यहां छापेमारी की गई और उन्हें डराने के लिए घर पर छापे मारे गए थे. लालू ने कहा कि देश में आज अघोषित इमरजेंसी और तानाशाही है. लालू यादव ने कहा कि बीजेपी अपने विराधियों को सता रही है. देश में जितने डकैत और घड़ियाल हैं, उनके यहां छापेमारी नहीं की जा रही है. बस विरोधियों को डराने के लिए उनके यहां रेड करवाई जा रही है. लालू ने कहा कि नीतीश कुमार केंचुल छोड़ने वाले पलटू राम हैं. भाजपा में जाकर अपना सबकुछ बर्बाद कर दिया.

सीबीआई अदालत में पेशी के लिए रांची में लालू

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद बृहस्पतिवार को रांची के विशेष सीबीआई अदालत में चल रहे चारा घोटाले के मामलो में पेशी के लिए हाजिर हुए थे. इस मामले की सुनवाई लगातार तीन दिनों तक होगी. तीनों ही दिन लालू कोर्ट में पेश होंगे. उनके खिलाफ चाईबासा, डोरंडा, दुमका और देवघर कोषागार से अवैध निकासी का मामला दर्ज है. फिलहाल लालू यादव ने दो मामलो में गवाहों की सूची पेश कर दी है, जबकि दो अन्य मामलो में गवाहों की सूची पेश की जानी है.

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कोर्ट ने फाड़ी गवाही की प्रति

देवघर कोषागार से अवैध निकासी से संबंधित चारा घोटाला कांड संख्या आरसी 64ए/96 में सीबीआइ के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह की अदालत में एक विचित्र स्थिति उस समय उत्पन्न हो गयी, जब कोर्ट ने गवाही की प्रति फाड़ दी. कोर्ट में मौजूद अधिवक्ताओं के मुताबिक इस मामले के एक गवाह सुनील कुमार की गवाही शुरू हुई. गवाही के दौरान अदालत ने सुनील का नाम, पता सहित अन्य कुछ बिंदु नोट किए, लेकिन कोर्ट ने गवाही की प्रति फाड़ दी. कोर्ट ने कहा कि सुनील की गवाही के लिए दस अगस्त की तिथि निर्धारित है और समन भी दस अगस्त की तिथि से जारी है, तो आज क्यों आएं हैं? गवाही की प्रति फाड़ते हुए अदालत ने उन्हें दस अगस्त को गवाही के लिए बुलाया.

 

 

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