
राजनीति में संबंधों की कोई गारंटी नहीं होती. कभी एक-दूसरे के धुर विरोधी गले लग जाते हैं, तो कभी सहयोगियों के बीच भी दूरियां इतनी बढ़ जाती हैं कि गले लगना तो दूर आसपास मौजूद रहना भी नागवार गुजरता है. कुछ ऐसा ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बीच देखने को मिला. मौका था बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के बेटे की शादी का, इस समारोह में लालू-नीतीश के बीच आए फासले का अंदाजा उनके बीच की कुर्सियों से लगाया जा सकता है.
सुशील कुमार मोदी के बेटे उत्कर्ष तथागत का विवाह कोलकाता निवासी नवल जी केदारनाथ जी वर्मा की सुपुत्री यामिनी से 3 दिसंबर को हुआ. इस विवाह समारोह में सीएम नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव भी मौजूद रहे, लेकिन दोनों 20 कुर्सियों के फासले पर बैठे.
2015 विधानसभा चुनाव के दौरान बिहार में महागठबंधन कर लालू-नीतीश की जोड़ी ने बीजेपी को धूल चटा दी थी. इसके बाद कई मौके पर लालू-नीतीश को अगल-बगल बैठे देखा गया. लेकिन महागठबंधन तोड़कर नीतीश ने बीजेपी से हाथ मिला लिया और इसके बाद लालू-नीतीश के बीच कड़वाहट सामने आने लगी.
उत्कर्ष तथागत की शादी किसी अन्य शादी की तरह तामझाम के साथ नहीं, बल्कि सादगी के साथ हुई. यह शादी बिना दहेज, बैंड, बाजा, बारात, नाच-गाने और भोज के बिना संपन्न की गई. बीजेपी नेता सुशील मोदी के बेटे की शादी के लिए कोई कार्ड तक नहीं छपवाया गया. सभी मेहमानों को ई-कार्ड के जरिए आमंत्रित किया गया.