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पाकिस्तान से इंटरनेशनल बॉर्डर पर घुसपैठ रोकेंगी एक दर्जन लेजर दीवारें

इससे बिना बाड़ का रिवराइन (नदी या उसके किनारे के करीब) क्षेत्र और जोखिम भरे इलाकों में घुसपैठियों और आतंकवादियों की गतिविधियों पर सुरक्षा एजेंसियां असरदार तरीके से निगरानी रख सकेंगी. इसका मकसद पाकिस्तान से घुसपैठ में मानवीय चूक की संभावनाएं को खत्म करना है.

घुसपैठ रोकने के लिए ठोस कदम घुसपैठ रोकने के लिए ठोस कदम
संदीप कुमार सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 28 अप्रैल 2016,
  • अपडेटेड 10:50 AM IST

पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ रोकने के लिए भारत ठोस कदम उठा रहा है. इसी कड़ी में पंजाब से लगी भारत-पाक सीमा पर एक दर्जन 'लेजर दीवारें' अब सक्रिय हो गई हैं. इससे बिना बाड़ का रिवराइन (नदी या उसके किनारे के करीब) क्षेत्र और जोखिम भरे इलाकों में घुसपैठियों और आतंकवादियों की गतिविधियों पर सुरक्षा एजेंसियां असरदार तरीके से निगरानी रख सकेंगी. इसका मकसद पाकिस्तान से घुसपैठ में मानवीय चूक की संभावनाएं को खत्म करना है.

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सीमा पर संवेदनशील जगहों पर लगीं लेजर दीवार
सीमा सुरक्षा बल के एक आला अफसर ने बताया कि पंजाब में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कई संवेदनशील और खतरनाक जगहों पर 8 इंफ्रा रेड और लेजर बीम डिटेक्शन सिस्टम ने काम करना शुरू कर दिया है. इन लेजर दीवारों या बाड़ों की निगरानी BSF रखेगा.

BSF के जिम्मे सीमा की निगरानी
BSF ही जम्मू और कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में अंतरराष्ट्रीय सीमा की निगरानी रखती है. इन लेजर दीवारों को इंस्टॉल करने का फैसला BSF ने दो साल पहले लिया था.

कई देशों में पहले से हो रहा इस्तेमाल
लेजर वॉल बनने के बाद अगर बिना बाड़बंदी वाले रास्ते से कोई भारतीय सीमा में घुसने की कोशिश करेगा तो अलार्म सुरक्षा बलों को अलर्ट कर देगा. इस्राइल समेत कई मुल्कों में सीमा पर चौकसी के लिए इन तकनीकों का इस्तेमाल पहले से ही हो रहा है.

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