
कुख्यात आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा कमांडर अबू कासिम को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है. बुधवार देर रात 2 बजे घाटी के कुलगाम इलाके में सुरक्षाबलों से हुई मुठभेड़ में कासिम मारा गया. कासिम उधमपुर हमले का मास्टरमाइंड था.
अबू कासिम के एनकाउंटर के लिए सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन चलाया. सुरक्षाबलों को कासिम के कुलगाम के खांदीपुरा इलाके में होने की खबर मिली. सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में कासिम को मार गिराया. उसके पास से एक हथियार भी बरामद किया गया है. फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है. कासिम एक वांटेड आतंकी था. कश्मीर के उधमपुर में बीएसएफ के काफिले पर हमले की साजिश का उसे मास्टरमाइंड माना जा रहा था. इस हमले के दौरान पाकिस्तानी आतंकी नावेद पकड़ा गया था. उससे पूछताछ के आधार पर पुलिस और एनआईए ने कश्मीर से कई लोगों की गिरफ्तारी भी की थी.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कासिम और उसके एक साथी के कुलगाम स्थित खांदीपुरा गांव में एक मकान में छिपे होने की खुफिया सूचना मिलने के बाद देर रात दो बजे अभियान शुरू हुआ. यह गांव यहां से करीब 80 किमी दूर है. सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों के एक संयुक्त दल ने वहां पहुंचकर गांव को घेर लिया.
पुलिस के एक दल ने मोहम्मद अल्ताफ की अगुवाई में सात अक्तूबर को कासिम पर निशाना साधा था. लेकिन वह पुलिस दल पर अंधाधुंध गोली चलाते हुए भाग निकला था. इस गोलीबारी में ‘‘अल्ताफ लैपटॉप’’ कहलाने वाले पुलिस अधिकारी अल्ताफ की जान चली गई थी जिन्होंने कई आतंकी मॉड्यूलों का भंडाफोड़ किया था.
जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक के राजेंद्र ने बताया 'सुरक्षा बलों के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है.'
उत्तरी कश्मीर में आतंकवाद फैलाने वाला कासिम दक्षिण कश्मीर में अपनी पकड़ बनाने के लिए प्रयासरत था. पिछले कुछ समय से वह शोपियां और कुलगाम के जंगलों के बाहर भी सक्रिय हो गया था. उसकी गिरफ्तारी पर 20 लाख रुपये का इनाम घोषित था.
राज्य पुलिस को वर्ष 2013 में हुए हैदरपुरा मामले में कासिम उर्फ अबुर रहमान की तलाश थी. इस हमले में सेना के आठ कर्मियों को दिनदहाड़े मार डाला गया था.
इस साल अगस्त में उधमपुर में बीएसएफ के एक काफिले पर हुए आतंकी हमले में भी कासिम का नाम सामने आया था. इस हमले में बल के दो कर्मी शहीद हो गए थे. जवाबी कार्रवाई में एक आतंकी मारा गया था और स्थानीय निवासियों ने दूसरे आंतकी मोहम्मद नावेद को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था. नावेद पाकिस्तानी नागरिक है.