
शीतकालीन सत्र में देरी को लेकर संसदीय राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल का कहना है कि सरकार जल्दी ही सीसीपी की बैठक बुलाकर शीतकालीन सत्र की तारीखों की घोषणा करेगी. कोई देरी नहीं हो रही है. तारीखें आगे पीछे होती रहती हैं.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के जमाने में भी हुई थी. कांग्रेस खामखा बेबुनियाद आरोप लगा रही है. संसद सत्र की तारीखें सीसीपीए की बैठक तय करती है. सीसीपीए की बैठक अभी हुई नहीं है, लेकिन जल्दी ही सीसीपीए की बैठक होगी और संसद का शीतकालीन सत्र होगा.
अर्जुन मेघवाल का कहना है कि हम लोग किसी मुद्दे पर चर्चा से भाग नहीं रहे हैं. संसद का शीतकालीन सत्र जैसे ही होगा, हम लोग हर मुद्दे पर बहस करने को तैयार हैं और चर्चा करने को तैयार हैं.
सोनिया गांधी के आरोपों पर मेघवाल का कहना है कि इस सरकार में कोई करप्शन का मामला सामने नहीं आया है और ना ही कोई सवाल उठा सकता है. करप्शन को लेकर जीरो टॉलरेंस है. इसलिए इन बातों में कोई दम नहीं है.
हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार
अर्जुन मेघवाल का कहना है कि ऐसा कुछ नहीं है कि हम जानबूझकर देरी कर रहे हैं. सीसीपीए कमेटी बनी हुई है (कैबिनेट कमेटी ऑन पार्लिमेंट). यह कमेटी तय करती है कि इसकी डेट क्या होगी. जहां तक बात डेट आगे पीछे करने का है तो यह कांग्रेस के रूल में भी होता रहा है. तब भी डेट आगे पीछे होते रहे हैं.
इसका मतलब यह है कि तब भी किसी नेता ने कोई डेट तय किया होगा. जैसा कि अब सोनिया आरोप लगा रही हैं कि नेता नहीं बुला रहे हैं. ऐसा नहीं है. सीसीपीए की बैठक होने दो, जो मुद्दे को उठाना चाहते हैं, वह सारे मुद्दे उठाने के लिए स्वतंत्र होंगे. हम चर्चा के लिए तैयार रहेंगे.
सीसीपीए तय करेगी डेट
संसदीय राज्यमंत्री मेघवाल का कहना है कि सीसीपीए एक अलग इंस्टिट्यूशन है. उसमें सरकार के लोग हैं, मंत्रालय भी है हमारा, पार्लियामेंट्री अफेयर्स मिनिस्ट्री भी है उसमें. लोगों से बीच में बात की जाती है कि उनको डेट सूट कर रही है या नहीं.
मेघवाल ने कहा कि इतनी सारी चीजों को ध्यान में रखते हुए सीसीपीए की बैठक होती है और सत्र बुलाया जाता है. पहले भी कांग्रेस ने ऐसे बदलाव किए हैं, परंपराएं रही है. उसके हिसाब से सीसीपीए करती है.
अर्जुन मेघवाल का कहना है कि जो कांग्रेस भ्रष्टाचार में डूबी हुई है, अब वह करप्शन की बात करने लग गई है. जबकि हमारी सरकार इस बात को प्राथमिकता देती है कि किसी भी हाल में करप्शन नहीं होना चाहिए. चर्चा करने के लिए शीतकालीन सत्र आने वाला है. डेट तय होने वाली है. ये जल्दी ही होगा.