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जींस-टीशर्ट और बढ़ी दाढ़ी, डॉक्टर के साथ खड़े उमर अब्दुल्ला की नई तस्वीर वायरल

उमर अब्दुल्ला की एत तस्वीर जनवरी महीने में भी वायरल हो रही थी. तस्वीर में उमर ऊनी टोपी लगाए हुए नजर आ रहे थे और उनकी सफेद बालों वाली बड़ी दाढ़ी नजर आ रही थी. तस्वीर में उमर मुस्कुरा रहे थे जबकि उनके पीछ बर्फ ही बर्फ नजर आ रही थी.

उमर अब्दुल्ला की नई तस्वीर वायरल उमर अब्दुल्ला की नई तस्वीर वायरल
अशरफ वानी/शुजा उल हक
  • श्रीनगर,
  • 05 मार्च 2020,
  • अपडेटेड 11:01 PM IST

  • उमर अब्दुल्ला की नई तस्वीर वायरल
  • पीली-नीली टीशर्ट और जींस में आये नजर

जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला की एक नई तस्वीर वायरल हो रही है. इस तस्वीर में वो एक बार फिर से सफेद बालों वाली दाढ़ी में दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने पीली-नीली टी-शर्ट और जींस पैंट पहनी हुई है. हालांकि इस बार उनके साथ उनके डॉक्टर भी दिखाई दे रहे हैं. यह तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रही है.

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उमर अब्दुल्ला की एक तस्वीर जनवरी महीने में भी वायरल हो रही थी. तस्वीर में उमर ऊनी टोपी लगाए हुए नजर आ रहे थे और उनकी सफेद बालों वाली बड़ी दाढ़ी नजर आ रही थी. तस्वीर में उमर मुस्कुरा रहे थे जबकि उनके पीछ बर्फ ही बर्फ नजर आ रही थी. उमर की यह तस्वीर भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी.

जाहिर है उमर अब्दुल्ला को पब्लिक सेफ्टी एक्ट (पीएसए) के तहत गिरफ्तार किया है, जिसे उनकी बहन सारा अब्दुल्ला पायलट ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. जिसके बाद सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने उनकी याचिका पर सुनवाई की सहमति दी है और कहा है कि 'स्वतंत्रता से जुड़े मामले पर विचार' किया जा सकता है.

जम्मू-कश्मीर प्रशासन का प्रतिनिधित्व करते हुए अटॉर्नी जनरल (एजी) केके वेणुगोपाल ने न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ के समक्ष दलील दी कि याचिकाकर्ता द्वारा मामले में हाईकोर्ट नहीं जाने का कोई कारण नहीं बताया गया है.

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एजी ने इसी प्रकृति की याचिकाओं के हाई कोर्ट के समक्ष दायर होने के आंकड़ों व उनके प्रगति का हवाला देते हुए कहा, "यहां तक कि हिरासत के मामलों में माना जाता है कि कोई भी हाईकोर्ट से संपर्क करेगा."

जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि अब्दुल्ला 5 अगस्त से पहले भी अनुच्छेद 370 को रद्द करने को लेकर मुखर आलोचक रहे हैं.

शीर्ष कोर्ट में दायर हलफनामे में कहा गया, "इसे जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की बहुत ही खास भू-राजनीतिक स्थिति और इसकी इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान के साथ भौगोलिक निकटता को देखते हुए प्रस्तुत किया गया है. सार्वजनिक आदेश की अवधारणा को प्रासंगिक रूप से देखने की जरूरत है."

और पढ़ें- बढ़ी हुई दाढ़ी, सिर पर कैप, 4 महीने बाद सामने आई उमर अब्दुल्ला की दूसरी तस्वीर

प्रशासन ने अब्दुल्ला की हिरासत को जारी रखने के पर्याप्त आधार होने का भी हवाला दिया. कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर प्रशासन की प्रतिक्रिया को भी रिकॉर्ड पर लिया.

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