
पठानकोट एयरबेस पर आतंकवादी हमले के खिलाफ सुरक्षा बलों का ऑपरेशन बुधवार तक चल सकता है. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बाबत जानकारी दी. उन्होंने छह आतंकियों के मरने की पुष्टि की और कहा कि उनकी पहचान के लिए डीएनए टेस्ट करवाया जाएगा. पर्रिकर ने कहा कि ऑपरेशन काफी मुश्किल था, इसलिए इतना अधिक समय लग रह है.
एयरबेस पर 85 घंटों से अधिक समय से आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन जारी है. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने बताया कि उन्होंने खुद बैटल फील्ड का जायजा लिया है. उन्होंने कहा, 'आतंकियों के पास बड़ी मात्रा में खतरनाक एक्सप्लोसिव थे और वे वायुसेना के साजो-सामान हो तबाह करेन की मंशा के साथ आए थे.' दूसरी ओर, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की है पठानकोट हमले की जांच में सहयोग का भरोसा दिया है.
गौरतलब है कि भारत ने सोमवार हो ही पड़ोसी मुल्क को पठानकोट हमले में पाकिस्तानी सरजमीन से साजिश को लेकर सबूत सौंपे हैं. रक्षा मंत्री पर्रिकर ने भी कहा कि आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान के होने की आशंका है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय का कहना है कि वह भारत से मिले लीड पर कार्रवाई कर रही है. इससे पहले मंगलवार को एनएसजी के इंस्पेक्टर जनरल मेजर दुष्यंत सिंह ने सोमवार को बताया कि 'सर्च ऑपरेशन अभी जारी है.'
सिंह ने कहा, 'एनएसजी, सेना और वायुसेना ने अभियान में ताकत झोंक दी है. पुलिस और खुफिया एजेंसियां भी ऑपेरशन को सफल बनाने में सहयोग कर रही हैं.' उन्होंने कहा, 'एयरबेस की सभी संपत्तियां, जवान और उनके परिवार सुरक्षित हैं.' उन्होंने सुरक्षा बलों की कार्रवाई की गंभीरता की ओर इशारा करते हुए कहा कि ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक यह निश्चित नहीं हो जाएगा कि एयरबेस अब पूरी तरह से सुरक्षित है.
गृह मंत्री से मिले डोभाल
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर पठानकोट हमले को लेकर सुरक्षा एजेंसियों की ओर से अब तक की गई कार्रवाई की जानकारी दी. रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर शाम तक पठानकोट जाकर हालात का जायजा लेंगे.
मुठभेड़ में सात जवान शहीद
आतंकियों के छिपे होने की आशंका से आस-पास के गांवों में भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी शनिवार तड़के इस एयरबेस में घुस आए थे. सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में शनिवार को चार आतंकवादी मारे गए थे. आतंकियों के हमले में सात सुरक्षाकर्मी शहीद हुए हैं. इनमें एक एनएसजी अफसर, एक गरुड़ कमांडो और डिफेंस सर्विस कॉर्प्स के पांच जवान शामिल हैं.
इस बीच, पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन युनाइटेड जेहाद कौंसिल (यूजेसी) ने पठानकोट हमले की सोमवार को जिम्मेदारी ली. इस संगठन में कश्मीर के कई आतंकवादी समूह शामिल हैं. यूजेसी ने कहा कि पठानकोट के अड्डे पर शनिवार को हुए हमले को 'यूजेसी के नेशनल हाईवे स्क्वाड ने अंजाम दिया.'
शहीद जवानों का सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
आतंकवादियों के हमले में शहीद होने वाले जांबाजों का सोमवार को पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. बंगलुरू के बोम्मासांद्रा में एनएसजी के शहीद अफसर लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन ई.के. को हजारों लोगों ने श्रद्धांजलि दी. तो वहीं, भारतीय वायुसेना के गरुड़ कमांडो गुरसेवक सिंह का सोमवार को हरियाणा के अंबाला स्थित उनके पैतृक गांव गरनाला में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. गुरसेवक की 45 दिन पहले ही शादी हुई थी.
शहीद की बेटी ने तोड़ी परंपरा, अर्थी को दिया कंधा
पंजाब में मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पठानकोट के आतंकी हमले में शहीद सूबेदार मेजर (मानद कैप्टन) फतेह सिंह और हवलदार कुलवंत सिंह के परिजनों से गुरदासपुर स्थित उनके गांवों झंडेवाल खुर्द और चक शरीफ जाकर मुलाकात की. शहीद फतेह सिंह की बेटी ने परंपरा को तोड़ते हुए अपने पिता का शव लेकर चलने वालों की अगुआई की. उन्होंने कहा, 'मुझे अपने पिता पर गर्व है. वह बहुत बहादुर इंसान थे. सभी को उनके जैसा पिता मिलना चाहिए.' फतेह सिंह (51) ने 1995 के राष्ट्रमंडल खेलों की शूटिंग प्रतियोगिता में गोल्ड और सिल्वर मेडल जीता था.