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घर में खाना खा रही थी 4 साल की बच्ची, पीछे से आया तेंदुआ और उठा ले गया

चंद्रपुर के सिर्शी गांव में देर शाम एक तेंदुए ने हमला कर घर में चारपाई पर खाना खा रही 4  साल की बच्ची को उठा कर जंगल की और ले गया, बच्ची के रोने की आवाज सुन कर घर वाले पीछे भागे पर तेंदुए की तेज चाल के सामने बच्ची का परिवार कमजोर पड़ गया.

फाइल फोटो. फाइल फोटो.
आदित्य बिड़वई/पंकज खेळकर
  • चंद्रपुर ,
  • 08 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 8:40 AM IST

महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के एक गांव में मंगलवार को घर में खाना खा रही 4 वर्ष की बच्ची को तेंदुआ उठा कर ले गया. इस घटना के बाद बच्ची का अब तक कोई पता नहीं चल सका है. वन विभाग की टीम बच्ची को ढूंढ़ने में जुटी है.

मिली जानकारी के अनुसार, चंद्रपुर के सिर्शी गांव में देर शाम एक तेंदुए ने हमला कर घर में चारपाई पर खाना खा रही 4  साल की बच्ची को उठा कर जंगल की और ले गया, बच्ची के रोने की आवाज सुन कर घर वाले पीछे भागे पर तेंदुए की तेज चाल के सामने बच्ची का परिवार कमजोर पड़ गया.

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घटना की जानकारी वन विभाग को मिलने के बाद पूरा अमला बच्ची को ढूंढ़ने में जुट गया. घर से करीब 1 किलोमीटर दूर जंगल में बच्ची के खून से लथ-पथ कपड़े मिले पर मासूम बच्ची जिसका नाम 'ख़ुशी' है, उसका का कोई पता नहीं चला.

इस दर्दनाक घटना के बाद मासूम ख़ुशी के घर मातम पसरा है और परिवार वाले सदमे में है. घरवालों के मुताबिक,  खाना खा रही ख़ुशी ने मां को पानी मांगा तो वो पानी लाने रसोई में गयी ही थी कि तेंदुआ बच्ची को उठा ले गया.

किसी को कुछ समझ आता इसके पहले ही तेंदुआ बच्ची को लेकर जंगल की और निकल गया. वन विभाग और गांव वालों का कहना है कि खून से लथ-पथ कपड़े मिलने से तेंदुए का शिकार होने की बात झुटला नहीं सकते.

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इस घटना के बाद गांव में दहशत फैली हुई है. लोग घर से बाहर आने से कतरा रहे हैं. वहीं, रात में लोग जागकर पहरा दे रहे हैं, ताकि तेंदुआ गांव में ना घुसे.   

बता दें कि सावली तहसील के सिर्शी गांव के आस पास घना जंगल है, ताडोबा अभयारण्य भी गांव के पास ही है. यहां बड़ी संख्या में जंगली जानवर मौजूद हैं. कई बार तो तेंदुआ गांव के पालतू प्राणियों को शिकार बना चुके है.

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