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राम मंदिर केवल भाजपा का मुद्दा, एनडीए का न था न होगा: चिराग पासवान

लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान का कहना है कि एक ईमानदार सहयोगी के तौर पर मेरी यह जिम्मेदारी है कि मैं सम्मानजनक तरीके से भाजपा तक अपनी चिंताओं को पहुंचाने का काम करूं.

चिराग पासवान (फोटो- पीटीआई) चिराग पासवान (फोटो- पीटीआई)
मौसमी सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 20 दिसंबर 2018,
  • अपडेटेड 4:51 AM IST

एनडीए में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने लोकसभा चुनावों के लिए सीटों का बंटवारा न होने को लेकर ट्वीट किया था. अब उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के काम की तारीफ की है. अपनी भविष्य की योजनाओं के लिए उन्होंने आजतक से खास बातचीत की.

उन्होंने कहा, 'मेरे ट्वीट के बहुत ज्यादा मायने निकालने की जरूरत नहीं है. हमारी चिंताएं थीं बस उसी का जिक्र मैंने किया. मैंने बस इतना कहा कि सहयोगियों की चिंता है उनको सम्मानजनक तरीके से संबोधित करना जरूरी है.'

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चिराग ने कहा कि 2014 में भी हमने कहा था कि हमारा गठबंधन मुद्दों पर हो रहा है. इन मुद्दों को सुना जाना जरूरी है. युवाओं को लेकर कई बैठकों में मैंने कई बार सवाल खड़े किए. अभी हाल ही में सर्वदलीय बैठक में भी मैंने यह मुद्दा उठाया.

युवा नेता ने कहा कि आज विपक्ष भ्रम फैला रहा है कि किसानों और व्यवसायियों को लेकर हमने कुछ नहीं किया. मैंने यह कहा कि किसानों को लेकर सरकारों युवाओं को लेकर एक डिबेट आप शुरू कीजिए और अपने मुद्दों को अपनी उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाइये.

चिराग का कहना है कि एक ईमानदार सहयोगी के तौर पर मेरी यह जिम्मेदारी है कि मैं सम्मानजनक तरीके से भाजपा तक अपनी चिंताओं को पहुंचाने का काम करूं.

उन्होंने कहा कि मैं युवा हूं, कृषि प्रधान देश से आता हूं, जो ज्वलंत समस्याएं हैं, चिंताएं हैं, वह मैं भाजपा के समक्ष रख रहा हूं. हाल ही में जो चुनाव हुए उसमें विकास के मुद्दे पीछे छूट गए. आज की तारीख में जब विकास आप का मुद्दा था लेकिन उस पर इस तरह के मुद्दे हावी हो जाते हैं, ऐसा नहीं होना चाहिए. विकास के मुद्दों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए अगर राम मंदिर और हनुमान दलित जैसे मुद्दे हावी हो जाते हैं तो जनता भ्रमित हो जाती है.

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चिराग ने कहा कि राम मंदिर हमेशा भाजपा का झंडा रहा है, मगर एनडीए सरकार का नहीं. एनडीए सरकार का एजेंडा सिर्फ विकास का रहा है और वही रहना चाहिए. गठबंधन में दबाव बनाने पर उन्होंने कहा कि किस तरह की प्रेशर टैक्टिक्स? हम प्रेशर पॉलिटिक्स क्यों करें. आप जानते हैं 6 सीटें हमारे खेमे में आनी हैं यह वह संख्या है जिसकी हमने उम्मीद भी रखी है.

उन्होंने आगे कहा कि 2014 में जो लोग इस भ्रम में थे कि हम लोग दबाव की राजनीति कर रहे हैं तो उनको पता चल गया जब हमने फैसला लिया. आज भी अगर उनको अगर भ्रम लगता है कि हम दबाव की राजनीति कर रहे हैं तो गलत होगा.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर उन्होंने कहा कि वह जो कर रहे हैं, अच्छा कर रहे हैं. उनके नेतृत्व में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन किए ये उनके लिए अच्छा है. तेजस्वी के बारे में उन्होंने कहा कि उनसे मुलाकात होती रहती है. वह हमारी छोटे भाई हैं, उनसे मुलाकात होती रहती है. इसको कोई मुद्दा बनाने की जरूरत नहीं है.

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