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राजस्थान में AAP की नई चाल, केजरीवाल नहीं- स्थानीय नेता स्टार!

जब यह बैठक ख़त्म हुई, तब ठीक उसी दौरान राउस एवेन्यू दफ़्तर में पार्टी के बड़े नेता संजय सिंह, आशुतोष, पंकज गुप्ता भी मौजूद थे, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि वह तमाम नेताओं से मुलाक़ात किए बिना ही रवाना हो गए.

कुमार विश्वास कुमार विश्वास
पंकज जैन
  • जयपुर,
  • 10 जून 2017,
  • अपडेटेड 10:03 PM IST

आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने प्रभार संभालने के बाद पहली बार राजस्थान के कार्यकर्ताओं के साथ पार्टी दफ़्तर में बैठक की. करीब पांच घंटे तक चली इस बैठक के शुरुआत में मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहे. इस दौरान विश्वास ने कार्यकर्ताओं को राजस्थान में छह महीने के अंदर एक मजबूत संग़ठन बनाने का टारगेट दिया. बैठक ख़त्म होने के बाद एक बेहद दिलचस्प वाकया उस समय देखने को मिला, जब कुमार विश्वास तमाम कार्यकर्ताओं से आखिरी मुलाक़ात कर सीधे अपनी कार में आकर बैठ गए.

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जब यह बैठक ख़त्म हुई, तब ठीक उसी दौरान राउस एवेन्यू दफ़्तर में पार्टी के बड़े नेता संजय सिंह, आशुतोष, पंकज गुप्ता भी मौजूद थे, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि वह तमाम नेताओं से मुलाक़ात किए बिना ही रवाना हो गए. मालूम हो कि अमानतुल्लाह खान के बयान के बाद कुमार विश्वास को मनाने खुद अरविंद केजरीवाल भी आधी रात को गाज़ियाबाद में उनके (कुमार विश्वास) घर पहुंचे थे, लेकिन मौजूदा हालात बताते हैं कि पार्टी के अंदर हालात ठीक नहीं हैं.

कुमार विश्वास ने कई घंटे तक चली बैठक में कार्यकर्ताओं को आश्वासन दिया कि संग़ठन मजबूत होने पर राजस्थान का एक नेता PAC और NE का हिस्सा ज़रूर होगा और वह खुद इसकी पैरवी करेंगे. विश्वास ने आगे कार्यकर्ताओं से कहा कि पैराशूट से राजनीति में आने वाले चाहते हैं कि कमरे से राजनीति हो. राजस्थान में ऐसे लोग ढूंढिए जो हर चैनल पर अच्छा प्रवक्ता बने. बीजेपी ने कई ऐसे प्रवक्ता हैं, जो हमेशा टीवी पर बैठे रहते हैं और कैमरे के सामने बैठे-बैठे उनकी आंखें गोल हो गई हैं.

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कुमार ने भ्रष्टाचार का ज़िक्र करते हुए कहा कि अगर यह आंदोलन फैल गया, तो अगले 30 साल तक लोग यकीन नही करेंगे. दिल्ली में सरकार बनने के बाद मैंने सचिवालय में चाय तक नहीं पी. विश्वास ने कार्यकर्ताओं को नसीहत दी कि सोशल मीडिया और फंड को लेकर अलग-अलग कमेटी बनाई जाए. राजस्थान में पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में कार्यकर्ता पार्टी के दफ्तर में ठहरेंगे, ना कि होटल में. साथ ही पार्टी दिल्ली से राजस्थान को एक रुपये फंड भी नहीं देगी.

कुमार ने बैठक के दौरान पंजाब, गोवा, राजौरी गार्डन और एमसीडी चुनाव में हार का ज़िक्र करते हुए कहा कि पार्टी को अब लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान का चुनाव जीतने की उम्मीद है. राजस्थान का चुनाव पार्टी के अस्तित्व का चुनाव है. कुमार विश्वास ने आगे कहा कि झंडे या पोस्टर में किसी भी नेता का फोटो नहीं लगाया जाएगा. हालांकि जब कुमार विश्वास से अरविंद केजरीवाल के चेहरे पर चुनाव लड़ने की बात पूछी गई, तो उन्होंने कहा कि राजस्थान में लोकल नेता के नाम और चेहरे पर ही चुनाव लड़ा जाएगा. पूरी बैठक में सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात यह रही कि विश्वास ने एक बार भी अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व का ज़िक्र नहीं किया. सवाल पूछने पर भी कुमार ने सीधा जवाब दिया कि केजरीवाल दिल्ली का चेहरा थे और राजस्थान के लिए चेहरा वहीं से ढूंढा जाएगा.

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