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लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सख्ती दिखाते हुए सोमवार को सदन में
हंगामा करने वाले 25 सांसदों को पांच दिन के लिए निलंबित कर दिया. ये सभी
25
सांसद कांग्रेस के हैं.कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सांसदों को
सस्पेंड करने पर कहा कि ये लोकतंत्र के लिए काला दिन. कांग्रेस मंगलवार को लोकसभा का बॉयकॉट करेगी.
सुमित्रा महाजन ने कहा, 'ये काफी कड़ा फैसला है, लेकिन सदन को नियम से चलाने के लिए जरूरी था. ये संदेश सबके लिए है. सदन में विरोध करना गलत नहीं है, लेकिन एक तरीका है. प्लेकार्ड के जरिए मुझे शेडो करने की कोशिश कर रहे थे.'
ये सभी सांसद प्लेकार्ड दिखा रहे थे. स्पीकर ने इन सांसदों को कई बार चेतावनी दी थी और आखिरकार वेल में बैठे इन सभी सांसदों को निलंबित कर दिया. निलंबित होने वाले सांसद निनॉन्ग एरिंग ने कहा, 'हमें निलंबित करना गलत है. ये मामला यहीं खत्म नहीं होगा. हम सदन के बाहर विरोध जताएंगे.'
मोदी ने सर्वदलीय बैठक से किनारा किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक से किनारा किया, जबकि पहले चर्चा थी कि वह हिस्सा लेंगे. सरकार की ओर से वेंकैया नायडू और राजनाथ सिंह के कंधों पर विपक्ष को मनाने का भार था. लेकिन विपक्ष ने उनकी एक न सुनी. बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने कहा, 'हमने सोनिया जी से सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की थी. हम हर मुद्दे पर बहस के लिए तैयार हैं. हमें काम करने का मौका नहीं दिया जा रहा. लोग अपने मुद्दों के बारे में पूछ रहे हैं.'
कांग्रेस की ओर मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी लाइन पर चलते हुए कहा कि जब तक सरकार दागियों का इस्तीफा नहीं लेती, हम विरोध करते रहेंगे. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि विपक्ष सिर्फ हंगामा खड़ा करना चाहती है. सरकार हर मुद्दे पर बहस के लिए तैयार है.
दोनों सदनों में जमकर हुआ हंगामा
इससे पहले राज्यसभा और लोकसभा में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया. राज्यसभा की कार्यवाही को हंगामे के कारण करीब घंटे भर के लिए दो बार स्थगित करना पड़ा, जबकि बाद में उसे दिनभर के लिए स्थगित कर दिया गया. विपक्ष ने राज्यसभा में सुषमा के बयान पर भी घोर आपत्ति जताई. उप-सभापति से बयान को रिकॉर्ड न लेने की अपील भी की गई है.