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वकील की हत्या के विरोध में लखनऊ बार एसोसिएशन का बहिष्कार

वकीलों ने अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग की है. इस बीच पुलिस ने बाकी बचे तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एक टीम बरेली भेजी है.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
कुमार अभिषेक
  • लखनऊ,
  • 09 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 12:19 PM IST

  • पीड़ित परिवार के लिए सुरक्षा की मांग उठाई
  • मृतक के परिजनों को मिले 20 लाख मुआवजा

लखनऊ में वकील हत्याकांड को लेकर बवाल जारी है. हत्या के विरोध में गुरुवार को लखनऊ बार एसोसिएशन और सेंट्रल बार एसोसिएशन ने कार्य का बहिष्कार किया. वकीलों ने अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी की मांग की है. इस बीच पुलिस ने बाकी बचे तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एक टीम बरेली भेजी है. मुख्य आरोपी मोनू तिवारी को जेल भेजा जा चुका है.

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अभी हाल में वकील शिशिर त्रिपाठी की सरेआम हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने वारदात के पीछे पुरानी रंजिश को कारण बताया. पुलिस के मुताबिक, हमलावरों ने शिशिर पर ईंट, पत्थर और डंडों से वार किया. जिसके विरोध में अधिवक्ताओं ने रोड पर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव अधिवक्ताओं के बीच पहुंचे. उन्होंने सांत्वना देते हुए सरकार से 50 लाख रुपये मुआवजे की मांग भी की.

बार एसोसिएशन ने मृतक वकील के परिवार की सुरक्षा की मांग की है. एसोशिएशन की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि सरकार मृतक के परिजनों को 20 लाख रुपये का मुआवजा दे. कुछ दिन पहले प्रयागराज में भी ऐसी ही घटना हुई थी जिसमें वकील सनाउल्लाह की धारधार हथियार से हत्या कर दी गई थी. वकीलों ने इस निर्मम हत्या के खिलाफ भी सरकार से कार्रवाई करने की मांग की है. बार एसोसिएशन ने इन हत्याओं के खिलाफ गुरुवार को कार्य बहिष्कार का ऐलान किया.

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