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कमलेश तिवारी हत्याकांडः जांच एजेंसियों को मिला अंडरवर्ल्ड कनेक्शन!

कमलेश तिवारी हत्याकांड में जुटी जांच एजेंसियों का कहना है कि अभी तक पकड़े गए सभी आरोपियों से पूछताछ में किसी भी तरह का अंडरवर्ल्ड लिंक सामने नहीं आया है, लेकिन उनकी हत्या के बाद अंडरवर्ल्ड के दावे को जांच एजेंसियों ने गंभीरता से लिया है.

कमलेश तिवारी के कातिलों की तलाश में जुटी हैं जांच एजेंसियां (फाइल-IANS) कमलेश तिवारी के कातिलों की तलाश में जुटी हैं जांच एजेंसियां (फाइल-IANS)
अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 31 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 12:08 PM IST

  • जांच एजेंसियों ने अंडरवर्ल्ड के एक शख्स फोन इंटरसेप्ट किया
  • शख्स का दावा-कमलेश तिवारी की हत्या अंडरवर्ल्ड ने करवाई
  • अंडरवर्ल्ड के निशाने पर रहे हैं देश के कई हिंदूवादी नेता

हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी हत्याकांड की जांच जारी है. इस मर्डर केस की जांच कर रही जांच एजेंसियों ने अंडरवर्ल्ड से जुड़े एक शख्स का फोन इंटरसेप्ट किया है. मिडिल ईस्ट में बैठे इस शख्स ने कमलेश तिवारी की हत्या के बाद फोन किया था और कहा कि कमलेश तिवारी की हत्या अंडरवर्ल्ड ने करवाई है.

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हालांकि कमलेश तिवारी हत्याकांड में जुटी जांच एजेंसियों का कहना है कि अभी तक पकड़े गए सभी आरोपियों से पूछताछ में किसी भी तरह का अंडरवर्ल्ड लिंक सामने नहीं आया है, लेकिन कमलेश तिवारी की हत्या के बाद अंडरवर्ल्ड के दावे को जांच एजेंसियों ने गंभीरता से लिया है.

हिंदू नेताओं के पीछे पड़ा अंडरवर्ल्ड

अंडरवर्ल्ड के दावे को गंभीरता से लेने की वजह यह है कि पहले भी अंडरवर्ल्ड ने कई हिंदू नेताओं को मारने की साजिश रची है. स्वामी चक्रपाणि को छोटा शकील ने मारने की साजिश रची थी, लेकिन शूटर को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने रॉ के साथ मिलकर उसे पकड़ा था.

अंडरवर्ल्ड ने इसके अलावा शिया नेताओं को भी मारने की साजिश रची थी. अंडरवर्ल्ड यूपी शिया बोर्ड चेयरमैन को मारने की साजिश रच चुका है. हालांकि स्पेशल सेल ने रॉ के साथ मिलकर इस साजिश को नाकाम कर दिया था.

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दिल्ली की एक महिला भी अंडरवर्ल्ड के निशाने पर है जिसने पैगम्बर साहब पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.

इसी तरह गुजरात के भरूच में 2 हिंदू नेताओं को दाऊद इब्राहिम के करीबी जावेद चिकना ने ही मर्डर करवाया था, जिसका खुलासा राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने किया था.

सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तान में बैठे D कंपनी के लोगों को आईएसआई ने भारत में कुछ बड़ा करने का दबाव बनाया हुआ है, जिसमें ऐसे नेताओं का कत्ल करवाना जिससे माहौल बिगड़े और दंगा भड़के.

हत्या के बाद कई गिरफ्तारी

हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की लखनऊ स्थित उनके आफिस में 18 अक्टूबर को हत्या कर दी गई थी. इस मामले में गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने 22 अक्टूबर को अशफाक हुसैन (34) और मोइनुद्दीन खुर्शीद पठान (27) को गिरफ्तार किया था.

इस मामले में पांच और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जिस पर हत्या की साजिश रचने और हत्यारों को मदद पहुंचाने का आरोप है. आज गुरुवार को बरेली से भी एक गिरफ्तारी हुई है.

जांच से संतुष्ट नहीं पत्नी

इस बीच हिंदू समाज पार्टी के प्रमुख रहे कमलेश तिवारी की पत्नी किरण तिवारी अपने पति की मौत की जांच से संतुष्ट नहीं हैं और इसलिए उन्होंने इस मामले की अब एनआईए जांच की मांग की है. पिछले दिनों उन्होंने कहा, 'मैं जांच से संतुष्ट नहीं हूं और एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) से इस पूरे मामले की जांच करवाने की मांग करती हूं.'

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किरण ने कहा, 'मैं सरकार द्वारा दिए गए 15 लाख रुपये की अनुग्रह राशि को तब तक अपने पास रखूंगी जब तक कि एक बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) के नेता की इसी तरह से हत्या नहीं कर दी जाती और तब इसमें बराबर राशि मिलाते हुए 30 लाख रुपये की राशि शोकाकुल परिवार को दूंगी.'

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