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लखनऊ: 12 साल की रेप पीड़िता ने दिया बच्चे को जन्म

शनिवार को दोपहर करीब 4.30 बजे हेल्पलाइन पर आशा ज्योति केंद्र को रेप पीड़िता को लेबर पेन होने की सूचना मिली. शुरुआत में पीड़िता के परिजन बच्चे को जन्म देने के पक्ष में नहीं थे.

कई महीने POCSO ऐक्ट के तहत केस ही दर्ज नहीं था कई महीने POCSO ऐक्ट के तहत केस ही दर्ज नहीं था
आशुतोष कुमार मौर्य
  • लखनऊ,
  • 31 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 1:45 PM IST

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से एक नाबालिग रेप पीड़िता के मां बनने की दर्दनाक खबर सामने आई है. 12 वर्षीय नाबालिग रेप पीड़िता ने शनिवार को बच्चे को जन्म दिया. इस मामले ने यूपी पुलिस की एक और बड़ी लापरवाही सामने ला दी है.

जानकारी के मुताबिक, शिकायत दर्ज करवाने के कई महीने तक पुलिस ने पीड़िता के नाबालिग होने के बावजूद आरोपियों के खिलाफ POCSO एक्ट के तहत केस दर्ज नहीं किया था.

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शनिवार को दोपहर करीब 4.30 बजे हेल्पलाइन पर आशा ज्योति केंद्र को रेप पीड़िता को लेबर पेन होने की सूचना मिली. शुरुआत में पीड़िता के परिजन बच्चे को जन्म देने के पक्ष में नहीं थे.

लेकिन काफी समझाने बुझाने के बाद वे डिलीवरी के लिए तैयार हुए. रेप पीड़िता ने लोहिया अस्पताल में यूपी सरकार की कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी की पीए शबनम पांडेय की मौजूदगी में बच्चे को जन्म दिया.ज्ञात हो कि पीड़िता लखनऊ के सुगापुर गांव की रहने वाली है और उसके पड़ोस में ही रहने वाले युवक ने उसके साथ रेप किया था. इस समय आरोपी जेल में बंद है. आरोपी ने पीड़िता को जान से मारने की धमकी भी दी थी.

रेप के करीब 5 महीने बाद पीड़िता को अपने गर्भवती होने का अहसास हुआ. शबनम पांडेय ने भी पूरे मामले में पुलिस पर घोर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जब पीड़िता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, उस समय पुलिस ने इसकी जानकारी न तो CWC को और न ही चाइल्ड लाइन को इसकी जानकारी दी.

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शबनम पांडेय का कहना है कि अगर समय पर CWC या चाइल्ड लाइन को सूचना मिल जाती तो समय रहते पीड़िता का अबॉर्शन करवाया जा सकता था. उन्होंने कहा कि अब इस केस को सीडब्ल्यूसी हैंडल करेगी और महिला सम्मान कोश से पीड़िता को जो भी सहायता मिल सकती है, दिलाने की कोशिश की जाएगी.

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