Advertisement

जामिया के बाद लखनऊ के नदवा कॉलेज में पत्थरबाजी, पुलिस-छात्र आमने-सामने

दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में रविवार को प्रदर्शन हुआ तो सोमवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी हिंसक प्रदर्शन हुआ. सोमवार को लखनऊ के नदवा कॉलेज में नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ छात्रों ने प्रदर्शन हुआ और इस दौरान छात्रों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की.

लखनऊ के नदवा कॉलेज में प्रदर्शन लखनऊ के नदवा कॉलेज में प्रदर्शन
कुमार अभिषेक
  • लखनऊ,
  • 16 दिसंबर 2019,
  • अपडेटेड 12:04 PM IST

  • दिल्ली के बाद लखनऊ में भी CAA के खिलाफ प्रदर्शन
  • लखनऊ के नदवा कॉलेज में छात्रों का विरोध प्रदर्शन
  • जामिया छात्रों के समर्थन में आई कई यूनिवर्सिटियां

नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हो रहा है. दिल्ली की जामिया यूनिवर्सिटी में रविवार को प्रदर्शन हुआ तो सोमवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी हिंसक प्रदर्शन हुआ. सोमवार को लखनऊ के नदवा कॉलेज में नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ छात्रों ने प्रदर्शन हुआ और इस दौरान छात्रों ने पुलिस पर पत्थरबाजी की.

Advertisement

सोमवार को जब छात्र कॉलेज के कैंपस में नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ नारेबाजी करने उतरे तो उनकी पुलिस के साथ भिड़ंत हो गई. इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी हुई और पुलिस की ओर पत्थर फेंके गए. इस दौरान पुलिस ने कॉलेज के गेट को बंद करने की कोशिश की और छात्रों को अंदर ही रखने की कोशिश की.

बता दें कि ये छात्र नागरिकता संशोधन एक्ट (CAA) के साथ-साथ दिल्ली की जामिया और अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में छात्रों पर हुई कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं. सिर्फ लखनऊ ही नहीं बल्कि देश की कई बड़ी यूनिवर्सिटियों में छात्र सड़कों पर उतर गए हैं और जामिया के छात्रों का समर्थन कर रहे हैं.

नदवा कॉलेज में हुई पत्थरबाजी पर SP लखनऊ का कहना है कि यहां पर सिर्फ तीस सेकंड के लिए पत्थरबाजी हुई थी, जिसमें 150 से अधिक लोगों ने प्रदर्शन किया और नारेबाजी की. अब हालात पूरी तरह से सामान्य हैं और छात्र अपनी क्लास में पहुंच रहे हैं.

Advertisement

गौरतलब है कि सोमवार को ही सुप्रीम कोर्ट में जामिया हिंसा को लेकर सुनवाई हुई. इस दौरान सर्वोच्च अदालत ने हिंसा पर सख्ती दिखाई और कहा कि इस मामले में वह सुनवाई तभी करेंगे जब हिंसा रुक जाएगी. सुप्रीम कोर्ट ने इस दौरान ये भी कहा कि छात्र होने से आपको हिंसा का अधिकार नहीं मिल जाता है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement