
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के गठन के बाद इमारतों के भगवाकरण का काम जारी है. बीते दिनों सीएम दफ्तर से लेकर स्कूल, बसें, यहां तक की लखनऊ के हज हाउस की दीवारों को भी भगवा रंग से सराबोर कर दिया गया था. लेकिन अब पूर्व की अखिलेश सरकार में बने लखनऊ के साइकिल ट्रैक का भी भगवाकरण कर दिया गया है.
लखनऊ के गोमती नगर में निगम ने साइकिल ट्रैक के किनारे लगे डिवाइडर पर भगवा रंग की पुताई करवा दी गई है. इससे पहले इस पर काले-पीले रंग की पुताई हो रखी थी. यूपी में भगवा रंग की पुताई के लिए निगम की ओर से एजेंसियों को लाखों के टेंडर दिए गए हैं.
यूपी सरकार राज्य में औद्योगिक निवेश को आकर्षित करने के लिए 21-22 फरवरी को इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन कर रही है. माना जा रहा है कि इसी वजह से लखनऊ में जगह-जगह भगवाकरण किया जा रहा है. लेकिन चौकाने वाली बात ये है कि निगम के पास कर्मचारियों की सेलरी देने तक के पैसे नहीं हैं बावजूद इसके लखनऊ के भंगवा रंग में रंगने के लिए लाखों का टेंडर दिया गया है.
आरोप ये भी लगाए जा रहे हैं कि ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के मकसद से ये कदम उठाए जा रहे हैं. निगम की ओर से सभी पार्कों को भी भगवा रंग से रंगने का निर्देश दिया है.
हज हाउस भी हुआ भगवा
बीतें दिनों हज समिति के दफ्तर की दीवारों को भगवा रंग से रंगवाने पर विभाग रके सचिव आरपी सिंह को तात्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया था. 5 जनवरी को राज्य हज समिति कार्यालय की बाहरी दीवार केसरिया रंग से रंगी पायी गयी थी. कार्यालय के गेट के खम्बों को गहरे केसरिया रंग से और बाकी हिस्सों को हल्के भगवा रंग से रंगा गया था, इससे पहले यह दीवार सफेद रंग की थी.