
भीड़ का अंधा कानून. इंसाफ के नाम पर दरिंदगी और हैवानियत का खौफनाक खेल. यहां तक कि अपने जैसे ही एक इंसान की हत्या. जी हां, देश के अलग-अलग हिस्सों में हिंसक भीड़ की ऐसी ही तस्वीरें सामने आ रही हैं, जिसे देखकर हर किसी का दिल सहम जाए. आखिर लोकतंत्र में भीड़ का ये कैसा तंत्र है. भीड़ की इस जानवरों जैसी मानसिकता पर राष्ट्रपति तक फिक्र जता चुके हैं. प्रधानमंत्री भी नसीहत दे चुके है. लेकिन भीड़ का अंधा कानून कायम है.
पहली घटना झारखंड के दुमका जिले की है. यहां जमीन पर बेसुध पड़ा एक शख्स. उसे घेरे दर्जनों महिलाएं खड़ी हैं. गुस्से से भड़की महिलाओं की ये भीड़ जमीन पर पड़े शख्स को बेरहमी से धुनती हैं. ज्य़ादातर महिलाओं के हाथ में मोटी-मोटी लाठियां हैं, जो जमीन पर पड़े शख्स पर बरस रही हैं. शख्स भाग ना सके इसके लिए उसके दोनों हाथ रस्सी से पीठ की ओर बांध दिए गए. इसके पैर में भी एक रस्सी बांध दी गई. इसको जमीन पर घसीटा गया.
भीड़ के इस गुस्से की वजह है इस शख्स पर लगने वाला आरोप. पिटने वाले शख्स पर एक नाबालिग से रेप और उसकी हत्या करने का आरोप लगाकर रामगढ़ थाना इलाके के लोगों ने इसकी सरआम इस तरह पिटाई कर दी कि आरोपी ने दम तोड़ दिया. हिंसक भीड़ की इस दरिंदगी की भनक पुलिस को भी तब लगी जब ये वीडियो वायरल हुआ. पुलिस अब इस वीडियो के जरिये इस शख्स को पीटने वालों की तलाश में जुट गई है.
भीड़ को नहीं है कानून का कोई खौफ
आरोपी शख्स पर एक मासूम से दरिंदगी और उसकी हत्या का इल्ज़ाम था. लेकिन इस बात की तस्दीक और फिर इसे सज़ा देने का हक कानून का था. भीड़ खुद की कानून बन गई. जज बनकर फैसला सुनाने लगी. सवाल ये है कि आखिर इस भीड़ को कानून का खौफ क्यों नहीं रहा. कानून हाथ में लेने का हक भीड़ को किसने दिया. झारखंड के एक और इलाके की खौफनाक तस्वीर सामने आई है, जहां एक शख्स को मार डाला गया.
भीड़ ने बीवी के हत्यारे को मार डाला
यह मामला झारखंड के साहेबगंज के राजमहल इलाके के डकैत टोला गांव का है. यहां बेकाबू भीड़ ने एक शख्स पर बीवी की हत्या का आरोप लगाकर भीड़ ने उसे पीट-पीट कर मार डाला. बताया जा रहा है कि असातुल नामक शख्स ने 4 साल पहले प्रेम विवाह किया था. शादी के बाद से उसका बीवी से झगड़ा होने लगा. 5 दिन पहले ही दोनों में तलाक हुआ था. लेकिन रविवार की रात आरोपी ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी.
पीट-पीट कर सुलाया मौत की नींद
इसी बात से भड़की भीड़ के अंधे कानून ने पीट-पीट कर इस शख्स को मौत की सज़ा दे दी. पुलिस ने भीड़ का शिकार हो चुके शख्स के भाई पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. इसके साथ ही असातुल नाम के इस शख्स को पीट-पीट कर मारने के इल्ज़ाम में अज्ञात लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज कर लिया है. बताया जा रहा है कि साल 2014 में असातुल ने गांव की ही शैली ने से लव मैरिज किया था. इसका शैली के भाई ने विरोध किया था.
असम में नाबालिग लड़कों को पीटा
नसीहत के नाम पर भीड़ का ऐसा ही अंधा कानून असम के बारपेटा में भी दिखा. 2 नाबालिग लड़कों को सरेआम रुसवा किया गया. उन लड़कों ने कुछ गलती की थी, लेकिन गांववालों ने खुद ही अदालत लगा ली. लड़कों को सरेआम पीटा. भरी भीड़ में बच्चों पर चटाचट चांटे बरसाए गए. इक्का-दुक्का लोगों ने रोकने की कोशिश जरूर की. लेकिन सिर्फ खाना-पूर्ति हुई. इन दो नाबालिगों को गांववालों ने नशे की हालत में पकड़ा था.
नशा नहीं करने की खिलाई कसम
इनका नशा उतारने और इन्हें सबक सिखाने के लिए गांववालों ने इनकी जमकर पिटाई की. इसके बाद इन्हें कसम भी खिलाई आगे से नशा ना करने की. नशा करना गलत है और कम उम्र में नशा करना तो घातक है. गांववालों ने इन लड़कों को ये बात समझानी चाही. इसमें तो कोई बुराई नहीं. लेकिन भीड़तंत्र के इस तरीके पर सवाल जरूर खड़े होते हैं. आखिर सरेआम सबके सामने नाबालिग लड़कों की पिटाई क्यों की गई, बड़ा सवाल है.
लुधियाना में दूल्हे पर किया हमला
हैवान बने इंसानों की एक और घटना पंजाब के लुधियाना से सामने आई है. यहां बारात की वजह से एक कार जाम में फंसी तो बदमाशों ने तलवार और कांच की बोतलों से बारातियों पर हमला कर दिया. दूल्हे को भी तलवार मारकर जख्मी कर दिया. बीच सड़क मारपीट की ये सीसीटीवी तस्वीरें पंजाब के शहर लुधियाना से सामने आई हैं. चांद नामक दूल्हा सज-धज कर अपनी शादी के लिए जा रहा था, लेकिन भीड़ उसका बुरा हाल कर दिया.