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MP में चुनाव से पहले भगवान की चिठ्ठियां हो रहीं वायरल, जानिए पूरा मामला

कमलनाथ ने भगवान महाकाल को चिठ्ठी लिख कहा था कि  पांच साल पहले भी शिवराज सिंह चौहान आपके पास आए थे और एमपी को सर्वश्रेष्ठ प्रदेश बनाने का वादा किया था और इस बार फिर चुनाव से पहले वह आपके पास आ रहे हैं.

मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान
रवीश पाल सिंह/देवांग दुबे गौतम
  • भोपाल,
  • 23 जुलाई 2018,
  • अपडेटेड 6:42 PM IST

मध्य प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं, लेकिन इससे पहले सूबे में भगवान की चिठ्ठियां तेजी से वायरल हो रही हैं. अब आप सोच रहे होंगे भला भगवान क्यों चिठ्ठियां लिख रहे हैं तो आपको बताते हैं कि पूरा माजरा क्या है. दरअसल, 14 जुलाई को सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन से जनआशीर्वाद यात्रा की शुरुआत की थी. शिवराज की जनआशीर्वाद यात्रा से पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने उज्जैन में विराजे बाबा महाकाल को चिठ्ठी लिख डाली थी.

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कमलनाथ ने महाकाल को पत्र लिख अपील की थी कि शिवराज को आशीर्वाद ना दें, जिसके जवाब में नंदी की कमलनाथ को लिखी चिठ्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. अब कुछ दिन से सोशल मीडिया पर एक और चिठ्ठी वायरल हो रही है जिसमें भगवान शिव अपने प्रिय गण नंदी को फटकार लगा रहे हैं. आइए जानते हैं किसकी चिट्ठी में क्या लिखा है.

कमलनाथ की चिट्ठी और नंदी का जवाब

कमलनाथ ने भगवान महाकाल को चिट्ठी लिखकर कहा था कि पांच साल पहले भी शिवराज सिंह चौहान आपके पास आए थे और एमपी को सर्वश्रेष्ठ प्रदेश बनाने का वादा किया था. इस बार फिर चुनाव से पहले वह आपके पास आ रहे हैं. कमलनाथ ने महाकाल को चिट्ठी में लिखा था कि शिवराज धार्मिक भावना के नाम पर लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं. कमलनाथ ने आगे लिखा था कि एमपी में किसान कर्ज तले दबे हैं और आत्महत्या कर रहे हैं तो युवा बेरोजगार घूम रहे हैं.

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कमलनाथ ने खत के जरिए शिवराज सिंह चौहान पर वादे पूरे न करने का आरोप भी लगाया था और लिखा था कि महाकाल आप अंतर्यामी हैं, एक बार फिर ठगने वाले आपके सामने आ रहे हैं, छल व प्रपंच की तैयारी है. लेकिन अब आशीर्वाद नहीं, धोखे व कर्मों को फल देने का समय आ गया है. अब आप जनता को आशीर्वाद देकर उनको शिवराज सरकार के कुशासन से मुक्ति दिलाएं.

कमलनाथ की भगवान को लिखी चिठ्ठी के दो दिन के भीतर ही सोशल मीडिया पर एक चिट्ठी वायरल हो गई जिसे "नंदी का कमलनाथ को जवाब" बताया गया. इस चिट्ठी में नंदी लिखते हैं कि प्रिय कमलनाथ, आपका पत्र मिला. महादेव को मैंने स्वयं पढ़कर सुनाया. प्रभु बहुत भोले हैं. उन्होंने आपकी बातों पर विश्वास करके आपकी इच्छा पूरी करने की बात कही. आप तो जानते हैं कि प्रभु की लीलाएं न्यारी हैं. उनका आशीर्वाद देने का तरीका भी निराला है, तो महादेव ने कांग्रेस के लिए अपना आशीर्वाद एक नारियल के रूप में आपके अपने ज्योतिरादित्य सिंधिया तक पहुंचाया, लेकिन उन्होंने उसका तिरस्कार कर दिया. मैंने भोलेनाथ से स्वयं आप सब लोगों को सद्बुद्धि देने की विनती की है, ख्याल रखिए.

नंदी को भगवान शिव की फटकार वाली चिठ्ठी हुई वायरल

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कमलनाथ और नंदी की चिट्ठी के बाद कुछ दिनों से सोशल मीडिया में अब नंदी को भगवान शिव की लिखी चिट्ठी वायरल हो रही है, जिसमें भगवान शिव ने नंदी को इस बात के लिए फटकार लगााई है कि उनकी बिना अनुमति के कमलनाथ को पत्र क्यों लिखा गया.

वायरल हो रही चिट्ठी में लिखा है कि प्रिय नंदी, आपके द्वारा मध्यप्रदेश कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष कमलनाथ को मेरी अनुमति के बिना पत्र लिखे जाने का मामला मेरे संज्ञान में आया है. नंदी आप अत्यधिक भोले हैं, आपने पूरे मामले को समझे बिना ही कमलनाथ को पत्र लिख दिया, जबकि कमलनाथ स्वयं कुछ दिनों पूर्व मेरे पास आए थे और मैंने ही उन्हें आशीर्वाद देकर मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व करने के लिए आदेशित किया था. इसके आगे चिठ्ठी में लिखा है कि नंदी क्या आप जानते हैं कि शिवराज की पार्टी काशी में सैकड़ों मंदिर तोड़ रही है. चिट्ठी के आखिर में लिखा है कि हे नंदी, अब और गुमराह मत होइए. अब मध्य प्रदेश की जनता भी शिवराज की विदाई का मन बना चुकी है. 

हालांकि अभी तक ये साफ नही हो पाया है कि सोशल मीडिया में भगवान शिव और नंदी के नाम से ये चिट्ठियां कौन वायरल कर रहा है. लेकिन चुनावी साल में इन चिट्ठियों को लोग बड़े चाव से पढ़ तो रहे ही हैं, वहीं अपनी-अपनी सोच के हिसाब से जमकर इन चिट्ठियों को वायरल भी कर रहे हैं.

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