
मध्य प्रदेश की ग्वालियर विधानसभा सीट पर किसी एक पार्टी का बोलबाला नहीं रहा है. यहां के वोटर्स 2003 के बाद किसी एक पार्टी के विधायक को लगातार दो बार नहीं चुने हैं.
1998 और 2003 में यहां बीजेपी के नरेंद्र तोमर लगातार 2 बार चुनाव जीते थे. उसके बाद यहां पर एक बार कांग्रेस का तो एक बार बीजेपी का विधायक रहा है.
वहीं बसपा इस क्षेत्र में बीजेपी और कांग्रेस का गणित बिगाड़ने का काम बखूबी करती है. फिलहाल यहां पर बीजेपी का विधायक है. जय भान सिंह पवैया ने 2013 के चुनाव में कांग्रेस के प्रद्दुमन्न सिंह तोमर को हराया था. बीएसपी की रेखा चंदन तीसरे स्थान पर थीं.
2008 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो कांग्रेस के प्रद्दुमन्न सिंह तोमर ने बाजी मारी थी. बीजेपी के जयभान सिंह पवैया दूसरे स्थान पर थे. आपको बता दें ग्वालियर उत्तर प्रदेश से लगा हुआ है. ऐसे में यहां पर समाजवादी पार्टी और बसपा का अच्छा खासा प्रभाव रहता है. ग्वालियर सीट पर जातियों का असर रहता है. इस बार के चुनाव को लेकर जाति और समाज के आधार पर हो रही टिकटों की मांग ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं.
2013 चुनाव के नतीजे
1- जयभान सिंह पवैया(बीजेपी)-74769 वोट
2- प्रद्दुमन्न सिंह तोमर(कांग्रेस)-59208 वोट
3- रेखा चंदन राय(बीएसपी)-14417 वोट
2008 चुनाव के नतीजे
1- प्रद्दुमन्न सिंह तोमर(कांग्रेस)-38454 वोट
2- जयभान सिंह(बीजेपी)-36364 वोट