
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में शामिल होने वाले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साले संजय सिंह को उनकी नई पार्टी की ओर से टिकट मिल गया है.
कांग्रेस ने संजय सिंह को वारासिवनी से विधानसभा चुनाव के लिए टिकट दिया है. संजय सिंह ने बीजेपी से टिकट नहीं मिलने के बाद कांग्रेस का दामन थाम लिया था. कांग्रेस ने उन्हें उनकी पसंदीदा विधानसभा वारासिवनी क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है.
कांग्रेस ने दिवाली के दिन विधानसभा चुनाव के लिए चौथी लिस्ट जारी की जिसमें 29 और उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया. 15 साल बाद सत्ता में वापसी की कोशिशों में जुटी कांग्रेस को अभी 17 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान करना है. राज्य में 28 नवंबर को मतदान होगा.
मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को उस समय झटका लगा जब पिछले हफ्ते उनके साले संजय सिंह मध्य प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गए.
कांग्रेस में शामिल होते ही उन्होंने राज्य के सीएम पद के लिए कमलनाथ की जोरदार पैरवी की. तब उन्होंने कहा था कि अभी मध्य प्रदेश को शिवराज की नहीं नाथ की जरूरत है. मध्य प्रदेश में शिवराज का राज बहुत हो गया है. उन्होंने 13 सालों तक सत्ता संभाली है और अब कमलनाथ को वक्त मिलना चाहिए.
2 प्रत्याशियों के नाम वापस
राज्य में कांग्रेस की चौथी सूची हैरान करने वाली रही. एक तरफ तो इसमे कुछ दिन पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए शिवराज के साले संजय मसानी को टिकट दिया गया तो वहीं 2 विधानसभा सीटों पर पहले घोषित किए प्रत्याशियों की जगह नए नाम घोषित किए गए हैं.
कांग्रेस ने अपनी 155 उम्मीदवारों की पहली सूची में सिरोंज से अशोक त्यागी को टिकट दिया था लेकिन चौथी सूची में उनका नाम बदलकर मसर्रत शाहिद को टिकट दिया गया है. वहीं बुरहानपुर से कांग्रेस ने पहले हामिद काजी को टिकट दिया था, लेकिन चौथी सूची में उनकी जगह रविंद्र महाजन को टिकट दिया गया है. इस तरह चौथी सूची में 27 नए नाम हैं जबकि 2 घोषित उम्मीदवारों को बदला गया है.
कांग्रेस भी गोविंदपुरा पर कशमकश में
बीजेपी में जिस तरह भोपाल की गोविंदपुरा सीट को लेकर मंथन हो रहा है, लगता है वही हाल कांग्रेस में भी है क्योंकि बीजेपी ने अभी तक गोविंदपूरा सीट से प्रत्याशी घोषित नहीं किया है तो वहीं कांग्रेस ने भी अभी तक गोविंदपुरा सीट को होल्ड पर ही रखा है.