
मध्यप्रदेश में हनी ट्रैप मामले में पुलिस भले ही किसी ठोस निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है, लेकिन इस मामले में रोज ऐसी बातें निकल कर सामने आ रही हैं, जिससे पता चल रहा है कि हनी ट्रैप का ये गैंग कितने पड़े पैमाने पर काम कर रहा था. वहीं, हनी ट्रैप के आरोप में पकड़ी गईं आरोपी महिलाओं से इंदौर में लगातार पुलिस पूछताछ कर रही है. आरती और मोनिका को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया.
कोर्ट में खुद पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान जो तथ्य सामने आए हैं उससे ये साफ है कि हनीट्रैप के जरिए इन महिलाओं ने कई बड़ी हस्तियों को ब्लैकमेल किया है.
दरअसल, पुलिस पूछताछ के साथ ही केस को और मजबूत करने के लिए जो सबूत इकट्ठा करना चाहती है, उसके लिए आरोपियों की रिमांड मांगी थी जिसे कोर्ट ने माना और दोनों की पुलिस रिमांड 27 सितंबर तक बढ़ा दी.
रिमांड बढ़ने का सुनते ही आरती और मोनिका कोर्ट रूम में ही फूट-फूटकर रो पड़ीं और जैसे हीं बाहर आईं तो मोनिका बेहोश हो गई, जिसके बाद उसे तुरंत एमवाई अस्पताल लाया गया.
कोर्ट में पुलिस ने बताया कि हनी ट्रैप की आरोपी महिलाएं इतनी शातिर हैं कि इन्होंने होटलों में अपनी फर्जी आईडी भी दे रखी थी, जिसका खुलासा पूछताछ के दौरान हुआ और होटलों से जानकारी लेने पर इसकी तस्दीक भी हुई.
बताया जा रहा है कि आरती भोपाल आने से पहले छतरपुर में लिव-इन-रिलेशनशिप में रहती थी और सार्वजनिक तौर पर पंकज को अपना पति बताती थी.
पूछताछ में पुलिस को रूपा अहिरवार नाम की एक अन्य महिला के बारे में भी पता चला जो आरती और मोनिका के साथ 30 अगस्त को इंदौर में थी. हालांकि, जिस होटल में आरती और मोनिका पुलिस को लेकर गयी वहां सीसीटीवी में रूपा की कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं मिली.
ये मामला कितना संवेदनशील है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसकी जांच में लगे पुलिसकर्मियों के फोन भी पूछताछ के दौरान काफी देर तक बंद रहते हैं
पुलिस सूत्रों की मानें तो आरोपी महिलाओं के मोबाइल फोन से करीब 200 से ज्यादा रसूखदारों के नंबर मिले हैं जिनसे ये लंबे वक्त से संपर्क में थीं. इन रसूखदारों में बड़े व्यापारी, बिल्डर, सरकारी अफसर और नेता शामिल हैं.