Advertisement

MP हनी ट्रैप: चुनाव में की थी 30 करोड़ में वीडियो बेचने की कोशिश

भोपाल के एक नेता का वीडियो भी इन महिलाओं ने बनाया था और उस वीडियो के आधार पर भाजपा और कांग्रेस, दोनों ही दलों के नेताओं से सौदा करने की कोशिश भी की थी.

हनीट्रैप कांड का खुलासा होने के बाद एमपी के नेताओं और अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है हनीट्रैप कांड का खुलासा होने के बाद एमपी के नेताओं और अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है
परवेज़ सागर
  • भोपाल,
  • 01 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 6:19 PM IST

  • SIT की जांच में हुआ हैरान करने वाला खुलासा
  • नेताओं का अश्लील वीडियो बेचना चाहता था गैंग
  • पक्ष और विपक्ष के नेताओं से की थी बात

मध्य प्रदेश के हनी ट्रैप कांड की जांच जैसे जैसे आगे बढ़ रही है. हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. इस हाई प्रोफाइल स्कैंडल में पकड़ी गईं पांच में से दो महिलाओं ने लोकसभा चुनाव के दौरान कई बड़े नेताओं के अंतरंग संबंध वाले वीडियो 30 करोड़ रुपये में बेचने की कोशिश की थी. लेन-देन को लेकर कुछ नेताओं से इन महिलाओं की कई दौर की बातचीत भी हुई थी.

Advertisement

दोनों दलों के नेताओं से मांगी थी रकम

एक एजेंसी के सूत्रों का कहना है कि राज्य में विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता बदलने पर इन महिलाओं का नई सरकार में दखल कम हो चला था, लिहाजा इन महिलाओं ने सत्तारुढ़ दल कांग्रेस के कई नेताओं और दूसरी ओर विपक्षी दल भाजपा के नेताओं से संपर्क बनाए रखा. इन महिलाओं ने दोनों दलों के कई नेताओं के वीडियो होने का दावा करते हुए मनचाही रकम मांगी, जब बात नहीं बनी तो उन्होंने नेताओं से व्यक्तिगत संपर्क किया.

6 करोड़ में हो रही थी डील

जानकारी के मुताबिक भोपाल के एक नेता का वीडियो भी इन महिलाओं ने बनाया था और उस वीडियो के आधार पर भाजपा और कांग्रेस, दोनों ही दलों के नेताओं से वीडियो का सौदा करने की कोशिश भी की थी. सूत्र बताते हैं कि एक राजनीतिक दल के नेता कई वीडियो छह करोड़ रुपये में खरीदने को राजी भी हो गए थे, मगर महिलाएं और उनके करीबी लोग 30 करोड़ रुपये से कम पर थोक वीडियो बेचने को तैयार नहीं थे.

Advertisement

बड़ी रकम की मांग ने बिगाड़ा खेल

सूत्रों का कहना है कि इन महिलाओं को इस बात का गुमान था कि राजनीतिक दलों से जुड़े लोग उनके वीडियो मनचाही कीमत में खरीद लेंगे, क्योंकि इनके जरिए दूसरे दल के नेताओं की छवि को प्रभावित किया जा सकता था. लेकिन मांगी गई रकम बहुत ज्यादा होने के कारण कोई भी लेने के लिए राजी नहीं हुआ.

महिलाओं पर थी पुलिस की नजर

राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों की बात पर भरोसा करें तो चुनाव के दौरान इन महिलाओं का वीडियो का सौदा नहीं हो पाया. उसके बाद इन महिलाओं ने सीधे संबंधित नेताओं से संपर्क बनाकर छोट-मोटी रकम ऐंठी. वहीं चुनाव के बाद पुलिस विभाग और सरकार के लेागों ने इन पर नजर रखना शुरू कर दिया, क्योंकि इन महिलाओं के पास कई बड़े लोगों के वीडियो होने की बात सामने आ चुकी थी.

बड़ी संख्या में मिले आपत्तिजनक वीडियो

पकड़ी गई महिलाओं के मोबाइल, लैपटॉप और पेनड्राइव से बड़ी संख्या में वीडियो क्लिपिंग मिली हैं. एसआईटी को क्लिपिंग की चार हजार से ज्यादा फाइलें हाथ लगी हैं और कई तस्वीरें, ऑडियो क्लिपिंग भी बरामद हुई हैं. आरोपी महिलाओं ने पूछताछ में कई नेताओं और अफसरों के नामों का भी खुलासा किया है.

Advertisement

गौरतलब है कि नगर निगम के इंजीनियर हरभजन सिंह की शिकायत पर पुलिस अब तक पांच महिलाओं और एक पुरुष को गिरफ्तार कर चुकी है. इस मामले की जांच अब एसआईटी (विशेष जांच टीम) कर रही है. एसआईटी फिलहाल कुछ भी बताने से बच रही है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement