
कभी राहुल गांधी के विश्वस्त रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया अब भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में जा चुके हैं. भाजपा ने सिंधिया का स्वागत राज्यसभा का टिकट देकर किया, वहीं उनका भोपाल पहुंचने पर पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी जोरदार स्वागत किया. इन सबके बीच सिंधिया की मुसीबत भी बढ़ती नजर आ रही है.
सिंधिया के खिलाफ जमीन से जुड़े एक मामले में शिकायत के आधार पर इकोनॉमिक अफेंस विंग (EOW) ने जांच शुरू करने की घोषणा कर दी है. आज तक से फोन पर बात करते हुए EOW के डीजी सुशोभन बनर्जी ने इसकी पुष्टि की. उन्होंने बताया कि एक फरियादी सुरेंद्र श्रीवास्तव ने आज (गुरुवार को ही) EOW के दफ्तर पहुंचकर शिकायत की है.
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डीजी ने बताया कि फरियादी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके परिवार की ओर से महलगांव ग्वालियर की जमीन खरीद कर रजिस्ट्री में कांट-छांट करने और उसकी 6000 वर्ग फीट की जमीन कम करने का आरोप लगाया है.
बनर्जी के अनुसार फरियादी ने इस मामले की शिकायत साल 2014 में ही EOW से करने की जानकारी दी है और कहा है कि वह अब तक की जांच से असंतुष्ट है. इसीलिए फिर से ईओडब्ल्यू का दरवाजा खटखटाया है. फरियादी ने सिंधिया के खिलाफ मामला फिर से खोलने की अपील की है.
बनर्जी ने कहा कि शिकायत के आधार पर एक बार फिर से वह अपनी निगरानी में शिकायतकर्ता के आवेदन की सत्यता की जांच कराएंगे.
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उन्होंने कहा कि यह देखा जाएगा कि पुरानी जांच में कहीं कोई खामी तो नहीं थी. यदि कोई खामी पाई जाती है, तो केस को फिर से खोला जाएगा. नहीं तो यह केस बंद ही रहेगा.
गौरतलब है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने होली के दिन कांग्रेस से इस्तीफा देने की जानकारी ट्वीट कर साझा की थी. सिंधिया ने उसके अगले ही दिन दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली थी.