
मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन की आग अभी बुझी नहीं है, लेकिन गुरुवार को तकरीबन नियंत्रण में रही. राज्य सरकार ने शाम 4 बजे से 6 बजे तक दो घंटे कर्फ्यू में ढील दी. इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीटर एक वीडियो संदेश जारी कर अपनी सरकार को किसानों की सरकार बताया है.
शिवराज ने कहा कि मेरी सरकार किसानों की सरकार है, जनता की सरकार है. जब तक सांस चलेगी जनता के लिए काम करता रहूंगा. किसानों के लिए काम करता रहूंगा. उन्होंने कहा कि अनेकों फैसले हमने किसानों के हित में लिए हैं. प्याज आठ रुपया किलो खरीदा जा रहा है. मूंग, उड़द, तुअर की खरीदी 10 जून से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर प्रारंभ कर रहे हैं.
आंदोलन के लिए असामाजिक तत्वों को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि समस्या के समाधान की खातिर मैं बातचीत के लिए सदैव प्रस्तुत हूं. चर्चा करके समस्या का समाधान हो सकता है, लेकिन कुछ अराजक तत्व प्रदेश को हिंसा की आग में झोंकना चाहते हैं. उनसे हम सख्ती से निपटेंगे. उनके मंसूबे कामयाब न होने दें. शांति बहाली में सहयोग करें.
इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी मंदसौर में प्रदर्शन कर रहे किसानों से मिलने के लिए दिल्ली से वाया उदयपुर मंदसौर रवाना हुए, लेकिन प्रशासन ने उन्हें नीमच में ही गिरफ्तार कर लिया.
राहुल गांधी ने बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये सरकार किसानों पर गोली चलवाती है और मुझे किसानों से मिलने से रोका जाता है. उन्होंने कहा कि पूरा प्रशासनिक अमला लगा दिया है. नरेंद्र मोदी कॉरपोरेट का करोड़ों का लोन माफ कर सकते हैं, लेकिन किसानों का कर्ज माफ नहीं कर सकते.
हालांकि खबरों के मुताबिक राहुल गांधी जमानत के लिए तैयार हो गए हैं और प्रशासन जल्द ही उन्हें रिहा कर सकता है.