
मध्य प्रदेश में अब 2 'टाइगर' हो गए हैं. अभी तक शिवराज सिंह चौहान बोलते थे 'टाइगर जिंदा है' लेकिन आज गुरुवार को मंत्रिमंडल विस्तार के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी कहा कि 'टाइगर जिंदा है.' सिंधिया के करीब दर्जनभर नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है.
नंबर का गेम नहीं, सेवा का गेमः सिंधिया
शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की तारीफ करते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, 'मैं बता दूं कि टाइगर अभी जिंदा है'. अपने समर्थकों को कैबिनेट में शामिल करवाने पर ज्योतिरादित्य ने कहा, 'जितने भी मंत्री हों, ये नंबर का गेम नहीं बल्कि सेवा का गेम है.'
शिवराज कैबिनेट में आज 28 नए मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली. 20 कैबिनेट मंत्री और 8 राज्य मंत्री बनाए गए हैं. इस शपथ ग्रहण से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट करके लिखा, 'अन्याय के खिलाफ छेड़ा गया संघर्ष ही धर्म है.'
ज्योतिरादित्य सिंधिया का 'टाइगर' वाला यह बयान सोशल मीडिया में भी तेजी से वायरल हो गया जिसके बाद दूसरी जगह एक कार्यक्रम में जब सिंधिया पहुंचे और वहां उनसे पूछा गया कि शिवराज सिंह चौहान और ज्योतिरादित्य सिंधिया में से 'टाइगर' कौन है तो सिंधिया ने कहा 'दोनों''
2 साल पहले शिवराज ने भी कहा था
दरअसल, 2018 में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की हार के बाद जब शिवराज सिंह चौहान सीएम हाउस छोड़ कर जा रहे थे तो वहां आखिरी बार लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था 'टाइगर अभी जिंदा है.'
उसके बाद शिवराज सिंह चौहान को 'मामा शिवराज' के साथ-साथ 'टाइगर शिवराज' भी कहा जाने लगा था.
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शिवराज मंत्रिमंडल में सिंधिया के करीब दर्जनभर नेताओं को मंत्री बनाया गया है. शपथ ग्रहण समारोह में सबसे पहले गोपाल भार्गव ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. इसके बाद हरसूद सीट से विधायक विजय शाह ने शपथ ली. फिर मल्हारगढ़ से विधायक जगदीश देवड़ा ने ली शपथ ली.
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ज्योतिरादित्य सिंधिया के कोटे से पूर्व विधायक बिसाहू लाल सिंह ने भी मंत्री पद की शपथ ली. इसके बाद खुरई से विधायक भूपेंद्र सिंह ने शपथ ली. पूर्व विधायक एंदल सिंह कसाना ने मंत्री पद की शपथ ली. इन्हें दिग्विजय सिंह का करीबी बताया जाता था लेकिन कमलनाथ मंत्रिमंडल में मंत्री पद नहीं मिलने से नाराज होकर कांग्रेस छोड़ दी थी.
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आईं इमरती देवी भी मंत्री बनी और यह भी सिंधिया समर्थक बताई जाती हैं. सिंधिया के कई अन्य समर्थक भी मंत्री बने.
शिवराज मंत्रिमंडल में शपथ लेने वाले 28 मंत्रियों में मंत्री बने 9 विधायक सिंधिया खेमे के हैं जबकि कांग्रेस के 3 ऐसे बागियों को मंत्री बनाया गया है जिन्होंने कमलनाथ सरकार में मंत्री नहीं बनाए जाने के चलते बगावत कर बीजेपी का दामन थामा था.