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महाराष्ट्र चुनावः देवेंद्र फडणवीस की अग्निपरीक्षा, वोटरों के जहन में होंगे ये मुद्दे

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मराठा आरक्षण, आर्थिक मंदी, अनुच्छेद 370, किसान आत्महत्या, किसान कर्जमाफी, पीएमसी बैंक घोटाला, मुंबई के आरे में पेड़ों की कटाई और रोजगार के मुद्दों को खूब उछाला गया था. अब जब लोग वोट डालने जा रहे हैं, तो उनके दिमाग मेंये मुद्दे जरूर रहेंगे. इस चुनाव को महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार की अग्निपरीक्षा माना जा रहा है.

देवेंद्र फडणवीस देवेंद्र फडणवीस
राम कृष्ण
  • मुंबई,
  • 21 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 7:47 AM IST

  • महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर वोटिंग शुरू
  • चुनाव में 3,237 उम्मीदवार आजमा रहे किस्मत

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार को चाक चौबंद सुरक्षा के बीच वोटिंग शुरू हो गई. इस चुनाव में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने अपनी सत्ता को बचाने की चुनौती है, तो विपक्षी कांग्रेस और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के सामने दोबारा से सत्ता में काबिज होने की. इस चुनाव में एक ओर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिवसेना ने हाथ मिला लिया है, तो दूसरी ओर कांग्रेस और एनसीपी मिलकर चुना लड़ रहे हैं. लिहाजा महाराष्ट्र में चुनाव बीजेपी-शिवसेना गठबंधन बनाम कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन हो गया है.

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फडणवीस सरकार ने मराठा आरक्षण, किसान कर्जमाफी, सुशासन और अनुच्छेद 370 को हटाने को अपना चुनावी मुद्दा बनाया, जबकि विपक्षी दल बेरोजगारी, किसान आत्महत्या, बुनियादी ढांचा, औद्योगिक क्षेत्र में घाटा और आर्थिकमंदी को मुद्दा बनाकर बीजेपी-शिवसेना सरकार को घेरने की कोशिश की. इसके अलावा मुंबई के आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई फडणवीस सरकार के गले की फांस बनी. इसको लेकर फडणवीस सरकार को पर्यावरण समर्थकों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ा.

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी चुनावी रैलियों में बेरोजगारी, नोटबंदी, जीएसटी और नीरव मोदी के मुद्दे जोरशोर से उठाया. उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए यहां तक कहा कि चांद पर रॉकेट भेजने से महाराष्ट्र और देश के युवा के पेट मे खाना नहीं जाएगा. हम यहा आएं हैं, तो चांद के बारे में वादा नहीं करेंगे. हम रोजगार और विकास का वादा करेंगे, जो हम पूरा कर सकते हैं. अगर पूरे चुनाव में देखा जाए, तो कांग्रेस 370 के मुद्दे को उठाने से बचती नजर आई. हालांकि बीजेपी ने इसको जोरशोर से उठाया. इसके अलावा महाराष्ट्र बीजेपी ने केंद्र सरकार से वीर सावरकर को भारत रत्न दिलाने की मांग करने का भी वादा किया.

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इसके अलावा एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने बुनियादी ढांचे, औद्योगिक क्षेत्र का घाटा, बेरोज़गारी, शिक्षा की स्थिति और आर्थिकमंदी के मुद्दों को उठाने की कोशिश की. साथ ही कहा कि बीजेपी अनुच्छेद 370 को हटाने का मुद्दा उठाकर बेरोजगारी और आर्थिकमंदी जैसे मुद्दों से आम जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है. अगर इस बार के चुनाव प्रचार पर नजर डाला जाए, तो मराठा आरक्षण, आर्थिकमंदी, अनुच्छेद 370, किसान आत्महत्या, किसान कर्जमाफी, पीएमसी बैंक घोटाला, मुंबई के आरे में पेड़ों की कटाई और रोजगार के मुद्दों पर जमकर चर्चा हुई. अब जब लोग वोट डालने जाएंगे, तो उनके दिमाग में ये बातें जरूर रहेंगी.

महाराष्ट्र में कितने वोटर, कितने प्रत्याशी?

आपको बता दें कि आज महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर मतदान हो रहे हैं. इन सीटों पर कुल 3,237 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इसमें से 235 महिला प्रत्याशी हैं, जबकि 3,001 पुरुष प्रत्याशी हैं. इसके अलावा एक थर्ड जेंडर भी चुनाव मैदान में है. वोटिंग के लिए 96 हजार 661 पॉलिंग बूथ बनाए गए हैं. कुल 8 करोड़ 97 लाख 22 हजार 19 वोटर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. इस चुनाव में बीजेपी, शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी, बीएसपी, सीपीआई और सीपीआईएम समेत अन्य राजनीतिक दलों ने अपने प्रत्याशी उतारे हैं. बीजेपी 164, कांग्रेस 147, शिवसेना 126, एनसीपी 121, एमएनएस 101 और बीएसपी 262 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं.

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