
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है. सीट बंटवारे को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और शिवसेना में मंथन चल रहा है. इस बीच शिवसेना ने आज बैठक बुलाई है. इस बैठक में सीटों और प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा हो सकती है. शिवसेना की बैठक के साथ ही बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है. इस दौरान सीटों के बंटवारे का ऐलान हो सकता है. इससे पहले शिवसेना नेता संजय राउत ने सोमवार को कहा था कि दोनों दलों में एक फॉर्मूले पर काम लगभग पूरा हो चुका है और अगले 24 घंटे अहम हैं.
बता दें कि शिवसेना, भाजपा के साथ बराबर सीट बांटना चाहती है और बची हुई सीटें गठबंधन की छोटी साझेदार पार्टियों में बांटना चाहती है, वहीं बीजेपी ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. दोनों दल अभी तक सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला नहीं ले पाए हैं, लेकिन मोटे तौर पर आम सहमति के फार्मूले पर पहुंच गए हैं.
288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के पास 122 सीटें हैं, वहीं शिवसेना के पास 63 सीटें हैं. समाचार एजेंसी आईएएनएस के अनुसार महाराष्ट्र बीजेपी दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे के ऐसे सूत्र पर समझौता चाहती है, जिसपर भाजपा के पास 122 सीटें बनी रहें और शिवसेना पर उसके हिस्से की 63 सीटें रहें. और शेष सीटों में से कुछ सीटें रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया जैसे गठबंधन के छोटे दलों को देने के बाद आपस में बराबर बांट ली जाएं.
सूत्रों के अनुसार, भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख चंद्रकांत पाटील और राज्य के कैबिनेट मंत्री सुधीर मुनगंतीवार पहले ही शिवसेना नेतृत्व से मिल चुके हैं और उन्होंने अपना फॉर्मूला पेश किया है, जिसे उद्धव ठाकरे की पार्टी ने खारिज कर दिया था. इसके बाद उच्चस्तर पर वार्ता हुई, जिसमें एक वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री की भी प्रमुख भूमिका रही है.
सूत्रों ने कहा कि शिवसेना ने अपने लिए कम से कम 130 सीटें मांगी है, वहीं आरपीआई के प्रमुख रामदास आठाव्ले सिर्फ 10 सीटें चाहते हैं.