
महाराष्ट्र सरकार की ओर से किसानों की कर्ज माफी की घोषणा किए एक साल हो चुके हैं, लेकिन आज भी राज्य में बड़ी संख्या में ऐसे किसान हैं जिन्हें कर्ज माफी का फायदा नहीं मिल सका है. किसान परेशान हैं और बैंक की सुस्ती जारी है जिससे नाराज कृषि राज्यमंत्री ने नए कर्ज की व्यवस्था जल्द करने को कहा है.
प्रदेश सरकार ने सभी किसानों के डेढ़ लाख रुपये तक की कर्ज माफी का ऐलान किया था, लेकिन खरीफ की बुवाई का समय आने के बाद भी लाखों किसानों को अब तक नया कर्ज नहीं मिला है. ऐसे में किसान अगली फसल की बुवाई का इंतजाम करने के लिए परेशान हैं. इस संबंध में कृषि राज्यमंत्री सदाभाउ खोत ने बैंक अधिकारियों को उनकी सुस्ती के लिए डांट पिलाई और जल्द ही नए कर्ज की व्यवस्था करने का निर्देश दिया.
कृषि राज्यमंत्री खोत ने अकोला में बैंक अधिकारियों की जमकर खिंचाई करते हुए किसानों से वादा किया कि उन्हें नये कर्ज और बीमे के पैसे जल्द मिल जाएंगे. विदर्भ क्षेत्र के सभी जिलों से आए किसानों के साथ बैठक में खरीफ की बुआई के लिए नए कर्ज दिलाने में प्रशासन की हो रही बरती जा रही ढिलाई को लेकर उन्होंने नाराजगी जताई.
उन्होंने आज तक से बात करते हुए कहा कि किसानों को बीमा की रकम कैश मिलना चाहिए, जिससे खरीफ की बुआई के लिए आसानी से इस्तेमाल कर सकें. किसानों को जल्द ही नया कर्ज और बीमा के पैसे मिलेंगे.
कर्ज नहीं मिलने से किसान परेशान
विदर्भ के अकोला के 40 वर्षीय गोरेगांव के किसान समाधान वाकोडे भी उन किसानों में शामिल हैं जिन्हें बुआई के लिए पैसा जुटाना है. पिछले साल इस किसान ने जिला बैंक से ₹48,000 कर्ज लिया था, लेकिन फसल कम होने के कारण वह कर्ज नहीं चुका सके.राज्य सरकार ने किसान समाधान वाकोडे के साथ और ऐसे कई लाखों किसानों के छत्रपति शिवजी महाराज शेतकरी सन्मान योजना के तहत कर्ज माफी का ऐलान किया जिसकी घोषणा को करीब सालभर हो गए, लेकिन अभी तक बैंक की ओर से कर्ज माफी की राशि किसानों के खातों में जमा नहीं की गई और उनको इस कारण अब तक नया कर्ज नहीं मिल पा रहा.
समाधान ने अपनी फसल का पिछले साल बीमा भी निकाला था लेकिन उसकी रकम उनके कर्ज खाते में जमा होने के कारण उसकी बीजवाई लाने के उम्मीद भी खत्म हो गई.
कर्ज खाते में जमा की जा रही राशि
देवरे बैंक के मैनेजर का कहना है कि कर्ज मुक्ति को हो रही देरी के चलते जिला कलेक्टर ने किसानों को राहत देने के चलते बीमा की रकम उन किसानों के कर्ज खाते में नहीं जमा करने का फरमान जारी किया है, बावजूद इसके किसानों के बीमा की रकम किसानों के कर्ज खाते में ही जमा हो रही है.
इधर जिले के देवरे बैंक उपनिबंधक गोपाल मावले का कहना है जिले के 1,00,000 से अधिक तथा अमरावती विभाग में 16 लाख से ज्यादा किसानों को इस कर्ज मुक्ति राहत देनी है जिसको लेकर हमारी कार्रवाई शुरू कर दी है.