
महाराष्ट्र में किसान राज्य सरकार के खिलाफ हड़ताल पर चले गए हैं. कर्ज माफी से लेकर अनाज के भाव बढ़ाने को लेकर किसान फडणवीस सरकार से नाराज हैं.
ये हैं किसान की मुख्य मांगे...
किसानों का कर्जा माफ किया जाए.
स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश लागू करें.
खेती में उपजे अनाज का डेढ़ गुना भाव दिया जाए.
किसानों के लिए पेंशन योजना शुरू की जाए.
हड़ताल वापस लेने के लिए राज्य के कृषि मंत्री सदाभाऊ खोत ने मंगलवार को किसानों से मुलाकात की थी. कृषि मंत्री अहमदनगर के पूणतांबा गांव में हड़ताल करने वाले किसानों से मिले थे. इसके बाद मुंबई में किसानों और मुख्यमंत्री के बीच चर्चा हुई, लेकिन इस चर्चा से कोई हल नहीं निकला. जिसके बाद गुरुवार से किसानों ने दूध और सब्जियां नहीं बेचने का फैसला किया.
किसानों का दावा है कि कर्जमुक्ति ही उनकी समस्याओं का हल है. जबकि मौजूदा सरकार कर्जमुक्ति की बात स्वीकार ही नहीं कर रही. पूरे राज्य में चल रही इस हड़ताल को 'किसान क्रांति' का नाम दिया गया.
किसानों ने की तोड़फोड़
इस बीच हड़ताली किसानों ने कोल्हापुर से मुंबई जा रहे दूध के दो टैंकर्स को सातारा शहर के पास रोक लिया. किसानों ने ट्रक में तोड़फोड़ भी की.
वहीं अहमदनगर जिले में बेमियादी हड़ताल पर गए किसान हाईवे पर जमा हुए. किसानों ने बड़ी मात्रा में दूध हाईवे पर बहा दिया.
किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे हड़ताल जारी रखेंगे. किसानों के इस विरोध के बाद राज्य में रोजमर्रा की जरूरतों को लेकर संकट पैदा हो सकता है.